छात्रा को नहीं लगाया था नशीला इंजेक्शन

दो बार जांच के बाद विसरा रिपोर्ट तैयार, शरीर में जहर भी नहीं मिला

शिमला— कोटखाई गैंगरेप व मर्डर मिस्ट्री में अब तक इस बात का भी अंदेशा था कि कहीं छात्रा को अगवा करने के बाद उसे ड्रग्स या फिर किसी तरह के नशीले इंजेक्शन की डोज तो नहीं दी गई थी या फिर उसे खत्म करने के लिए किसी तरह के जहर का सेवन तो नहीं किया गया था। हालांकि सूत्रों के मुताबिक ऐसे अंदेशे सही साबित नहीं हुए हैं। दावा यही है कि अभागी छात्रा की दो बार जांच के बाद जो विसरा रिपोर्ट आई है, उसके अनुसार न तो उसे किसी तरह का नशीला इंजेक्शन दिया गया था, न ही उसके विसरा में किसी तरह का कोई जहर पाया गया है। पहले इस बात का भी शक था कि संबंधित इलाके में नशेड़ी युवाओं का बोलबाला है। हो सकता है कि स्कूल से घर जाती बार जंगल के रास्ते में उसे ऐसे ही युवाओं ने अगवा किया हो और बेहोश करने के लिए नशीला इंजेक्शन या ड्रग्स का इस्तेमाल किया हो, मगर विसरा रिपोर्ट ने ऐसे सभी किंतु-परंतु को अब दरकिनार कर दिया है। मायने साफ हैं, छात्रा को पूरे होश में ही उठाया गया। अब यह तहकीकात का विषय है कि उसे किसी वाहन में ले जाया गया था या फिर यूं ही दबोच लिया गया, क्योंकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी इस बात का खुलासा हुआ है कि उसकी हत्या गला घोंटने से हुई है। उसके शरीर पर मारपीट के निशान तो नहीं मिले थे, मगर दांतों से काट खाने के निशान पाए गए थे। छात्रा के बाल खुले थे, उसकी हरे रंग की एक जुराब अब तक बरामद नहीं हो सकी है और न ही सिर पर लगाने वाला एक क्लिप। अपराध विशेषज्ञों के मुताबिक अपराधी स्पॉट पर कोई न कोई सुराग जरूर छोड़ता है। अब सीबीआई इस मामले को भेदने के लिए कौन से नए आरोपियों को जांच की जद में लेगी, यह देखना होगा ताकि और कडि़यां जुड़ सकें।

विवाह प्रस्ताव की तलाश कर रहे हैं ? भारत मैट्रीमोनी में निःशुल्क रजिस्टर करें !