जीएस गोराया को अतिरिक्त कार्यभार

वन विभाग के चीफ एसएस नेगी रिटायर, अब तीन को डीपीसी

शिमला —  प्रदेश सरकार ने वन विभाग चीफ का अतिरिक्त कार्यभार वाइल्ड लाइफ प्रमुख जीएस गोराया को दिया है। शुक्रवार को इस पद से एसएस नेगी सेवानिवृत्त हो गए। हालांकि इसी दिन डीपीसी भी निर्धारित थी, मगर अतिरिक्त मुख्य सचिव (वन) तरुण कपूर के विदेश दौरे पर होने के कारण यह नहीं हो सकी। अब तीन जुलाई को डीपीसी निर्धारित की गई है। वन विभाग प्रमुख के पास पूरे प्रदेश का कार्यभार रहता है। यह पद अधिकार व शक्तियों के लिहाज से काफी महत्त्वपूर्ण माना जाता है। मौजूदा विभाग प्रमुख एसएस नेगी 30 जून को सेवानिवृत्त हो गए हैं। नए चीफ के तौर पर मौजूदा वाइल्ड लाइफ प्रमुख जीएस गोराया का नाम सबसे आगे है। हालांकि उनसे वरिष्ठ संजीवा पांडे हैं, मगर सरकार यदि अपने पसंदीदा अधिकारी को तवज्जो देती है तो जीएस गोराया को इसका स्थायी कार्यभार भी सौंपा जा सकता है। शुक्रवार को ही उन्हें चीफ का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है। इसके बाद अजय कुमार व तेजेंद्र सिंह प्रदेश से बाहर हैं। दोनों ही आईएफएस अधिकारी 1984 बैच के हैं, जबकि विनीत कुमार और रमेश कंग 1985 बैच के हैं। सरकार इस पद पर किसी भी अधिकारी को बिठाने के लिए मैरिट व वरिष्ठता का भी ख्याल रखती है। बावजूद इसके यह देखने में आता रहा है कि सरकार के नजदीकी अधिकारी ऐसे पदों पर तैनात होते रहे हैं। विगत में भी एसएस नेगी की तैनाती से पूर्व अधिकारियों में खासी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली थी। यह मामला कैट तक जा पहुंचा था, मगर सरकार ने एसएस नेगी को जहां इस पद पर तैनाती दी, वहीं प्रतिनियुक्ति से लौटे जी.एस. गोराया को वाइल्ड लाइफ विंग का प्रिंसीपल चीफ कंजरवेटर ऑफ फोरेस्ट तैनात कर दिया। इस पद पर पहले एसएस नेगी तैनात थे। बहरहाल, अब हैड ऑफ दि फोरेस्ट (हॉफ) के पद पर जीएस गोराया बैठेंगे या कोई और, यह तीन जुलाई को तय होगा।