तनाव के बीच ड्रैगन को याद आया पंचशील

बीजिंग— सिक्किम गतिरोध को लेकर अपना रुख और कड़ा करते हुए चीन ने बुधवार को भारत पर पंचशील सिद्धांतों को कुचल देने का आरोप लगाया। चीन ने कहा कि नई दिल्ली जितनी जल्दी हो सके, उतनी जल्दी अपने सैनिक वापस बुलाकर अपनी गलतियां सुधारे। चीन ने यह भी दावा किया कि भारत यह कहकर आम लोगों को गुमराह कर रहा है कि सिक्किम सेक्टर में सिक्किम गलियारा या चिकन्स नेक के पास चीनी जवान सड़क का निर्माण कर रहे हैं, जो पूर्वोत्तर राज्यों में भारत की पहुंच के लिए खतरा बन सकता है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जेन शुआंग ने कहा कि मैं यह कहना चाहता हूं कि भारत का कदम संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों का उल्लंघन है। जैसा कि हम जानते हैं कि 1950 के दशक में चीन, भारत और म्यांमार ने सह अस्तित्व के पांच सिद्धांत (पंचशील) दिए थे। उन्होंने कहा कि यह सबको हैरान कर गया कि भारतीय पक्ष ने दूसरे देश की सीमा में गैर कानूनी ढंग से दाखिल होकर अंतरराष्ट्रीय संबंधों को आगे बढ़ाने वाले मौलिक नियमों को कुचलने का काम किया है, जिन्हें खुद उसने प्रस्तावित किया था। जेंग शुआंग ने कहा कि 1890 की चीन-ब्रिटिश संधि की अवमानना करते हुए भारतीय पक्ष ने कहा कि डोक ला तीन देशों के तिराहे के क्षेत्र में स्थित है, यह जनता को गुमराह करना है। जेंग ने इस बात पर जोर दिया कि 1890 की संधि कहती है कि सिक्किम क्षेत्र की सीमा पूर्वी पहाडि़यों से शुरू होती है और यह घटना (सड़क निर्माण की) गिपमोची पर्वत से करीब 2000 मीटर दूर हुई है। उन्होंने दावा किया कि इस घटना का चीन, भारत और भूटान के बीच तिराहे से कुछ लेना-देना नहीं है। जेंग ने चीन द्वारा सड़क निर्माण का बचाव करते हुए कहा कि भारतीय पक्ष दरअसल यह कह कर जनता को भ्रमित कर रहा है कि यह घटना तीनों देशों की सीमा के मिलन बिंदु की है। भारत और भूटान चीन द्वारा सड़क बनाए जाने का विरोध कर रहे हैं। भारत ने सड़क निर्माण पर चिंता व्यक्त करते हुए आशंका जताई थी कि इससे उसके पूर्वोत्तर राज्यों से संपर्क काटने में चीनी सैनिक कामयाब हो सकते हैं।

चीनी मीडिया ने दी खदेड़ने की धमकी

नई दिल्ली— सिक्किम सीमा पर जारी तनाव में भारत द्वारा सख्ती दिखाए जाने से चीन बौखला गया है। चीन की यह बौखलाहट वहां की मीडिया कवरेज में साफ दिख रही है। चीन की सरकारी मीडिया ने भारत को धमकाते हुए कहा है कि अगर भारतीय सेना सिक्किम बार्डर के पास उसके इलाके से बाहर नहीं निकलती है, तो चीन के सैनिक उसे खदेड़कर बाहर निकाल देंगे। चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स ने अपने एक लेख में लिखा है कि भारतीय सेना चाहे तो सम्मान के साथ अपनी सीमा में लौट सकती है, वरना चीन के सौनिक उसे इस इलाके से खदेड़कर बाहर निकाल देंगे।

चीन पर भारत की रुक्मिणी की नजर

नई दिल्ली— सिक्किम से लगी सीमा पर जारी तनातनी के बीच जहां चीन हिंद महासागर क्षेत्र में अपने नौसेना की मौजूदगी बढ़ाते जा रहा है, वहीं भारतीय नौसेना भी पूरी तरह से सतर्क है। वह जीसेट-7 के जरिए आसमान से ड्रैगन पर नजर रख रहा है। यह नौसेना द्वारा खुद को समर्पित सैन्य सेटेलाइट है, जिसे 29 सितंबर 2013 को लांच किया गया था। इस सेटेलाइट की सबसे दिलचस्प बात इसके नाम से जुड़ी है, जो रुक्मिणी है। 2625 किलोग्राम वजन का यह सेटेलाइट हिंद महासागर क्षेत्र में नजर रखने में नौसेना की मदद कर रहा है।

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