दो निजी बीएड कालेज में प्रवेश नहीं

एनसीटीई की मान्यता न मिलने से एचपीयू की सूची से बाहर

शिमला — प्रदेश में इस वर्ष बीएड कोर्स की 200 सीटें कम होंगी। हिमाचल विवि ने दो निजी बीएड कालेजों को एनसीटीई की मान्यता प्राप्त न होने के चलते सत्र 2017 के लिए काउंसिलिंग प्रक्रिया से बाहर कर दिया है। हालांकि एनसीटीई की मान्यता प्राप्त न करने वाले कालेजों में नौ निजी बीएड कालेज शामिल थे, लेकिन 28 जुलाई से शुरू हुई बीएड काउंसिलिंग प्रक्रिया से पहले सात निजी बीएड कालेज को प्रवेश की मान्यता एनसीटीई से मिल गई है, लेकिन दो कालेज को इस सत्र की प्रवेश के लिए मान्यता एनसीटीई से न होने के चलते विवि ने भी काउंसिलिंग से बाहर कर दिया है। इस वर्ष विवि के पास बीएड कोर्स के लिए 12 हजार से अधिक आवेदन आए थे, लेकिन दो निजी बीएड कालेजों को काउंसिलिंग प्रक्रिया से बाहर हो जाने चलते सीटों की संख्या में कमी आई है। विवि ने बीएड की कुल 7650 सीटों को लेकर काउंसिलिंग प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसमें अब 200 सीटें कम हो गई हैं। विवि में पहले दिन काउंसिलिंग प्रक्रिया शुरू हुई, जिसमें प्रदेश के दो सरकारी बीएड कालेजों में काउंसिलिंग हुई है।

मान्यता न मिलने का यह रखा कारण

प्रदेश के दो निजी बीएड कालेजों को मान्यता प्राप्त न होने के पीछे एनसीटीई से मान्यता न मिलना है। एनसीटीई ने विवि को इस सत्र प्रदेश के जिन बीएड कालेज को प्रवेश की मान्यता दी थी, उनकी लिस्ट जारी की गई थी, लेकिन जारी की गई लिस्ट में नौ निजी बीएड कालेज शामिल नहीं थे। इन कालेजों को विवि की और काउंसिलिंग प्रक्रिया शुरू होने से पहले एनसीटीई से मामला सुलझा कर मान्यता प्राप्त करने के लिए समय दिया गया था। इस अंतराल के बीच में सात कालेजों को तो एनसीटीई से मान्यता लेकर सूची में नाम शामिल कर प्रवेश की मान्यता दे दी, जबकि दो बीएड कालेज यह मान्यता प्राप्त करने में सफल नहीं हो पाए।

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