मणिमहेश रास्ते का मरम्मत कार्य लटका

भरमौर – उपमंडल की होली घाटी से वाया कलाह होने वाली मणिमहेश परिक्रमा यात्रा की तैयारियों को लेकर विभिन्न विभागों की सुस्ती शिवभक्तों पर आने वाले समय में भारी पड़ सकती है। 15 अगस्त से आधिकारिक तौर पर पवित्र मणिमहेश यात्रा का आगाज हो रहा है। बावजूद इसके अभी तक लोक निर्माण और वन विभाग ने रास्ते की मरम्मत हेतु कार्य ही आरंभ नहीं किया है, जबकि वाया कलाह होकर मणिमहेश की ओर रुख करने का सिलसिला यहां पर आरंभ हो चुका है।      लिहाजा विभागों की ओर से मरम्मत कार्य में लगातार की जा रही देरी के चलते घाटी के लोगों में भी भारी रोष है। अहम है कि मणिमहेश यात्रा की तैयारियों को लेकर उपमंडल मुख्यालय भरमौर में हुई बैठक के दौरान वाया कलाह-मणिमहेश पैदल रास्ते का मामला भी स्थानीय समिति की ओर से उठाया गया था। मणिमहेश परिक्रमा यात्रा समिति होली के पदाधिकारियों ने बैठक में यात्रा के आरंभ होने से दो माह पहले ही रास्ते की मरम्मत का कार्य आरंभ करने की डिमांड प्रशासन के समक्ष रखी थी, जिस पर बैठक में एडीएम भरमौर ने संबंधित विभागों को इस पर तुरंत कार्रवाई करने के आदेश भी जारी कर दिए थे। हैरत की बात है कि जुलाई माह आरंभ होने के बाद भी रास्ते की मरम्मत का कार्य अभी तक आरंभ नहीं हो पाया है। समिति का कहना है कि वन विभाग की ओर से भी उस वक्त कार्य आरंभ किया जाता है, जिस समय यात्रा का आगाज हो चुका होता है। नतीजतन बाद में मरम्मत के नाम पर महज लीपापोती ही की जाती है। पता चला है कि वाया कलाह मणिमहेश की ओर रुख करने वाले शिवभक्तों की आवाजाही भी शुरू हो गई है। लिहाजा यहां पर अभी तक पैदल रास्ते की हालत बेहद दयनीय बनी हुई है, जिस कारण यहां पर अनहोनी का भी अंदेशा बना रहता है।