शिंदे से लॉबिंग को तैयार कांग्रेस नेता

फिर मुखर होगी खेमेबाजी, अपना-अपना दम दिखाने की कोशिशें तेज

शिमला —  प्रदेश कांग्रेस में नए प्रभारी सुशील कुमार शिंदे के साथ लॉबिंग करने को पार्टी के नेता तैयार हैं। विधानसभा चुनाव को देखते हुए यह जरूरी है कि शिंदे के साथ बेहतर रिश्ते बनाए जाएं, ऐसे में यहां कांग्रेस के नेता अपने-अपने हिसाब से अपनी लॉबिंग में जुट गए हैं। वैसे शिंदे पुराने कांग्रेसी हैं और सब कुछ अच्छी तरह से जानते हैं, लेकिन हिमाचल में उनका यह पहला अनुभव होगा, जहां पर चुनाव से पहले उनको प्रभारी बनाकर भेजा जा रहा है। वह भी तब जबकि यहां कांग्रेस की धड़ेबाजी खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है। कांग्रेस के गुटों में अब भी वर्चस्व की जंग चल रही है, जबकि उनको यह भी पता है कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के रहते उनके मंसूबे इतनी आसानी से पूरे नहीं होने वाले, परंतु इन लोगों ने अपनी उम्मीदों को जवां रखा है और कांग्रेस के जनरल हाउस में भी इनका दम-खम देखने को मिलेगा। कांग्रेस का जनरल हाउस तीन अगस्त को होगा, जिससे पहले दो अगस्त को सुशील कुमार शिंदे और रंजीता रंजन शिमला पहुंच जाएंगे। उस दिन भी नेताओं का उनसे मिलने का सिलसिला जारी रहेगा और इसमें सभी धड़ों के नेता शामिल होंगे, जो कि अपनी-अपनी लॉबिंग करेंगे। इसके बाद तीन अगस्त को जनरल हाउस में सभी के सामने नेताओं को अपनी बात रखने का मौका मिलेगा, जबकि शाम को विधायक दल भी शिंदे के साथ अलग से बैठेगा। पार्टी और सरकार की बात सुनने के बाद शिंदे अपनी रणनीति बनाएंगे। उनका पूरा  प्रयास यही रहेगा कि किसी तरह नेता एक हो जाएं।

गुटबाजी बड़ी चुनौती

वर्तमान में कांग्रेस में गुटबाजी कायम है और सरकार व संगठन आमने-सामने हो चुके हैं। इन दोनों को एक करने की चुनौती शिंदे के सामने है, लेकिन इनके वर्चस्व की लड़ाई को वह किस तरह से खत्म करेंगे यह भी देखना होगा। गुटबाजी का प्रभाव नए प्रभारी पर हिमाचल में ही नहीं, बल्कि दिल्ली से भी होगा, क्योंकि दिल्ली में ऐसे नेता बैठे हैं, जो कि हिमाचल में गुटबाजी को हवा देते रहे हैं।

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