सीबीआई ने दर्ज कीं दो एफआईआर

कोटखाई गैंगरेप-हत्याकांड प्रकरण : घटनास्थल पर तहकीकात

शिमला— पूरे हिमाचल को झकझोरने वाले कोटखाई छात्रा गैंगरेप व हत्याकांड प्रकरण में सीबीआई ने दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की हैं। छात्रा के साथ रेप व हत्या को लेकर केस दर्ज करने के साथ ही कोटखाई थाना में एक आरोपी की हत्या का मामला भी अलग से दर्ज किया गया है। पूरे प्रकरण से पर्दा हटाने के लिए सीबीआई ने एक-एक विशेष जांच दल (एसआईटी) भी गठित किया है। इसका जिम्मा एसपी रैंक के अधिकारी को सौंपा गया है, जबकि इसमें एक एडिशनल एसपी और एक डीएसपी स्तर के अधिकारी को भी लगाया गया है। वहीं, जांच ने शनिवार को कोटखाई और बानकुफर में घटनास्थल का दौरा किया है। टीम ने उस स्थल का निरीक्षण किया है, जहां छात्रा का शव बरामद किया गया था। देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई ने पुलिस की एफआईआर को इसका आधार बनाया है। पुलिस ने छह जुलाई को इस मामले में कोटखाईर् थाना में आईपीएस की धारा-302, 376 और पोक्सो एक्ट सेक्शन-4 के तहत केस दर्ज किया था। जांच एजेंसी ने इसके आधार पर ही यह केस दर्ज किया है। इसके साथ ही कोटखाई थाना में हिरासत के दौरान हुई एक आरोपी की हत्या को लेकर भी एफआईआर दर्ज की गई है। इस मामले में सीबीआई ने बीते दिन ही आरंभिक जांच शुरू कर दी थी। पुलिस द्वारा दिए गए दस्तावेजों को खंगालने के बाद ही सीबीआईर् ने ये दोनों केस दर्ज किए गए हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईर्टी) जांच के लिए शिमला के कोटखाई पहुंच गया है और वहां जांच तेज कर दी है। सीबीआई की टीम अब इस प्रकरण को लेकर कोटखाई में कैंप ही करेगी, यहां अभी तक की पुलिस जांच में सामने आए तथ्यों को ध्यान में रखकर जांच एजेंसी इस जांच को आगे बढ़ाएगी। पुलिस ने इस मामले में जिन आरोपियों को पकड़ा है, उनको भी रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। पुलिस ने इस मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिनमें से एक आरोपी की कोटखाई थाना में हत्या कर दी गई थी। इन पांचों आरोपियों से पूछताछ की जाएगी। इस मामले से जुड़े सभी रिकार्ड को लेकर सीबीआई हर उन सभी पहलुओं को खंगालेगी, जो कि छात्रा हत्याकांड से जुड़ा है। इस घिनौने अपराध के संदिग्धों से भी पूछताछ होगी। कई लोगों से भी पूछताछ कर इस हत्याकांड का राज जांच एजेंसी खोलेगी। उल्लेखनीय है कि कोटखाई के महासू से चार जुलाई को छात्रा लापता हुई थी और इसके बाद छह जुलाई को उसका शव जंगल में मिला था। जांच में सामने आया था कि नाबालिग लड़की की दुष्कर्म के बाद हत्या की गई थी। हालांकि पुलिस ने इस केस को सुलझाने के दावे किए थे और छह आरोपियों को भी गिरफ्तार किया था, लेकिन पुलिस पर असली आरोपियों को बचाने के आरोप लगे थे। यही वजह है कि पूरे प्रदेश में प्रकरण को लेकर लोगों में भारी रोष देखने को मिला। ठियोग में पुलिस के एसपी से लेकर अन्य अधिकारियों पर जनता का गुस्सा फूट पड़ा और कई पुलिस वाहनों से भी तोड़फोड़ की गई थी। सरकार ने आनन-फानन में सीबीआई जांच कराने के आदेश दिए। इस बीच हाई कोर्ट ने भी इस मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए। वहीं, इस बीच कोटखाई थाने में एक आरोपी की हत्या ने आग में घी डालने का काम किया। यह आरोपी इस हत्याकांड का राजदार था। घटना का पता चलते ही सैकड़ों लोग कोटखाई थाना के बाहर जुटे और वहां पर पत्थर बरसाए और थाने में आग लगा दी। विपक्ष ने पूरे राज्य में आंदोलन खड़ा कर दिया और प्रदेश की जनता भी इनसाफ के लिए सड़कों पर उतरी। उधर, सीबीआईर् प्रवक्ता आरके गौड़ ने कहा है कि सीबीआई द्वारा इस मामले में दो एफआईआर दर्ज की गई हैं। छात्रा के साथ रेप व हत्या के अलावा थाने में एक आरोपी की हिरासत के दौरान हुई हत्या को लेकर अलग-अलग  केस दर्ज किए गए हैं। इसके लिए विशेष जांच दल गठित किया गया है, जो मामले की जांच कर रहा है।

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