सुल्तानपुर वार्ड की पहचान; न रास्ते सही, न ही कूड़ेदान

जिला मुख्यालय के साथ सटे ओबड़ी (सुल्तानपुर) वार्ड अब एमसी की तर्ज पर विकास चाह रहा है। वार्ड में कूड़ेदान की कमी से लोगों ने नालियों को ही कूड़ेदान बना डाला है, जिससे वार्ड में पड़ने वाली नालियां पूरी तरह से कचरे का घर बन गई हैं। वार्ड के उबड़-खाबड़ भरे लिंक मार्ग एवं पैदल चलने वाले रास्तों से लोगों को हिचकोले खाने पड़ रहे हैं। इसका सबसे अधिक खामियाजा बुजुर्गों को झेलना पड़ रहा है। फटी पुरानी पानी की पाइपों से जगह-जगह हो रही लीकेज लोगों के घरों तक पानी की रेगुलर सप्लाई नहीं हो रही है। ‘दिव्य हिमाचल’ ने ओबड़ी वार्ड में विकास को लेकर हकीकत जानी, तो लोगों ने कई तरह के सुधार की मांग उठाई

मान सिंह वर्मा, चंबा

वार्ड में हर रोज होनी चाहिए सफाई

युवा शिव कुमार का कहना है कि स्मार्ट शहर की तर्ज पर वार्ड में विकास किया जाना चाहिए। वार्ड में जगह-जगह कूड़ेदान स्थापित किए जाएं, साथ ही हर रोज सफाई कर्मी कचरे को उठा कर ठिकाने लगाएं। वार्ड के लिंक मार्ग को पक्का किया जाए, ताकि वहां पर वाहनों को लाने ले जाने में किसी तरह की परेशानियां न झेलनी पड़े।

वार्ड में बनें पक्के रास्ते, पाइपें हो चैनेलाइज

ब्यास देव का कहना है कि वार्ड में एमसी की तर्ज पर विकास नहीं हो रहा है। नालियां कूड़ेदान बन गई हैं। खस्ता रास्तों की हालत से ठोकरें खाकर गुजरना पड़ रहा है। पानी की सप्लाई न आने से लोगों को दूर-बावडि़यों व पनिहारों से पानी लाकर अपनी प्यास बुझानी पड़ रही है। जगह-जगह नालियों में घुसाई पाइपों को चैनेलाइज करने की मांग उठाई है।

रेगुलर पानी न आना सबसे बड़ी समस्या

राज कुमार महाजन वार्ड को साफ सुथरा तथा सुंदर देखना चाहते हैं। उन्होंने पानी की सयम पर स्वच्छ पानी की सप्लाई न आने पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि इनसान के जीवन में पानी की कीमत अनमोल है। गर्मियों के दिनों में इसकी जरूरत अधिक बढ़ जाती है, लेकिन मोहल्ले में सुचारू रूप से पानी न आना लोगों के लिए परेशानी बन गया है।

वार्ड में जगह-जगह बनें शुलभ टायलट

सुरेश कुमार (कुकी) ने वार्ड में लोगों की समस्या को सुनने के लिए हर माह एक विशेष लोक सम्मेलन बुलाने की मांग उठाई है। उन्होंने वार्ड में जगह-जगह शुलभ शौचालय बनाने की भी मांग की है, ताकि  कोई भी व्यक्ति खुले में शौच न करे। इसके साथ ही खुले में फेंके जा रहे कचरे से निजात के लिए भी विशेष योजना की मांग उठाई है।