स्वच्छता पर ध्यान दें

(भीम सिंह, सुंदरनगर, मंडी )

‘स्वच्छता के प्रति गिरता चरित्र’ शीर्षक से प्रकाशित संपादकीय आलेख में सहीं टिप्पणी की गई है कि माननीय उच्च न्यायालय ने परिवहन निगम की सामाजिक जिम्मेदारी के आलोक में जो निर्देश दिए हैं, वे वास्तव में दायित्व की पहली शर्त होनी चाहिए। बढ़ती आबादी और बदलती जीवन शैली के साथ कई तरह के प्रदूषण भी बढ़ने लगे हैं। इसे नियंत्रित करना हमारा पहला फर्ज होना चाहिए, ताकि हमारा वातावरण साफ-स्वच्छ रह सके। हिमाचल में रेल या हवाई यातायात का अपेक्षित विकास नहीं हो पाया है, इसलिए सड़क परिवहन ही यातायात का वाहक रहा है। जब भी कोई पर्यटक हिमाचल आता है, तो सबसे पहले बस अड्डे के ही दर्शन होते हैं। ऐसे में यह और भी जरूरी हो जाता है कि प्रदेश के बस अड्डों पर सफाई की उचित व्यवस्था हो। शासन-प्रशासन को भी चाहिए कि प्रदेश में स्वच्छता को एक मिशन के तहत प्रोत्साहित करें। साथ ही जनता भी प्रदेश को साफ-सुथरा बनाने में यथायोग सहयोग करे।

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