हर गांव की जनसंख्या का अलग रिकार्ड

सांख्यिकी विभाग कांगड़ा जिला में चलाएगा अभियान, प्रदेश में पहली बार डिस्प्ले होगी पॉपुलेशन

धर्मशाला – हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा में पहली बार अब हर गांव की जनसंख्या का अलग से रिकार्ड तैयार किया जाएगा। सांख्यिकी विभाग ने कांगड़ा जिला में पायलट रूप से प्रोजेक्ट चलाने की योजना बनाई है। सांख्यिकी विभाग पहली बार गांव की जनंसख्या को अलग से डिस्प्ले करने पर कार्य कर रहा है। इससे अब विकास योजनाओं का सही खाका तैयार करने को मदद मिल सकेगी। प्रदेश के ग्रामीण स्तर में विकास की इबारत लिखने के लिए सांख्यिकी विभाग ने मास्टर प्लान तैयार कर लिया है। अब तक प्रदेश भर में जिला, तहसील और उपतहसील स्तर पर ही सांख्यिकी आंकड़ों को एकत्रित किया जाता है, लेकिन सांख्यिकी विभाग कांगड़ा द्वारा बनाई गई योजना के तहत कांगड़ा की हर पंचायत के साथ-साथ गांव-गांव का आंकड़ा भी एकत्रित किया जाएगा। इसमें गांव की जनसंख्या, आर्थिक स्तर, एजुकेशन सहित विकास की विभिन्न गतिविधियों को एकत्रित किया जाएगा। सांख्यिकी विभाग द्वारा ग्रामीण और पंचायत स्तर पर आंकड़े एकत्रित किए जाने की योजना पर कार्य भी शुरू कर दिया गया है। विभाग ने अपने समस्त अधिकारियों-कर्मचारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं। इसके साथ ही ब्लॉक और पंचायत स्तर पर भी अधिकारियों और पंचायत प्रतिनिधियों के साथ योजना को लेकर बातचीत शुरू कर दी गई है। अब विभाग द्वारा जल्द ही जमीनी स्तर पर कार्य शुरू करके मूर्त रूप प्रदान किया जाएगा। इससे हर पंचायत सहित गांव-गांव के आंकड़े को एकत्रित किया जाएगा, जिसे केंद्र सरकार, प्रदेश सरकार और विभागों में भी प्रदान किया जाएगा। इससे सरकारों और विभागों द्वारा जमीनी स्तर के लिए बेहतरीन योजनाएं बनाने और उन्हें लागू करने के लिए मदद मिल सकेगी। इसके अलावा राष्ट्रीय सांख्यिकी सर्वेक्षण कार्यालय को भी विभाग द्वारा आंकड़ों की सूची प्रदान की जाएगी। इससे पहाड़ी राज्य की आर्थिकी को समझने के लिए सरकार को बड़ी मदद मिल सकेगी। सबसे बड़े जिला कांगड़ा में प्रोजेक्ट के सफल होने पर प्रदेश के अन्य जिलों में भी कार्य शुरू कर दिया जाएगा। बहरहाल सांख्यिकी विभाग ने कांगड़ा जिला में पायलट रूप से प्रोजेक्ट चलाने की योजना बनाई है। अब विकास योजनाओं का सही खाका तैयार करने को मदद मिल सकेगी।