हर जिला में शिशु पालना केंद्र

मंडी में सही रिजल्ट मिलने पर महिला-बाल कल्याण विभाग के निर्देश

मंडी —  नवजातों को नई जिंदगी देने के मकसद से मंडी में शुरू हुए अनचाहा शिशु पालना केंद्र की मुहिम अब पूरे हिमाचल में चलेगी। प्रदेश के हर जिला मुख्यालय व उपमंडल स्तर पर अनचाहा शिशु पालना केंद्र खोलने के निर्देश जारी किए गए हैं। जिला मंडी में उपायुक्त मंडी संदीप कदम व बाल संरक्षण इकाई अधिकारी दुनी चंद ठाकुर की पहल का अनुकरण अब पूरा हिमाचल करेगा। जोनल अस्पताल मंडी में कुछ समय पहले शुरू हुए अनचाहा शिशु पालना केंद्र के सकारात्मक नतीजे आने के बाद महिला एवं बाल विकास विभाग निदेशक ने हाल ही में हुई राज्य स्तरीय बैठक में सभी जिला मुख्यालय व उपमंडल में ऐसे केंद्र खोलने के आदेश दिए हैं। अकसर हिमाचल के कई जगह कचरे, डिब्बे, झाडि़यों में नवजातों के मिलने के मामले सामने आते रहते हैं। कई मामलों में तो जानवारों द्वारा ऐसे नवजातों को नोचने के मामले भी उजागर हुए हैं। इन्हीं बातों से आहत होकर उपायुक्त मंडी व बाल संरक्षण इकाई मंडी ने जोनल अस्पताल में अनचाहा शिशु पालना केंद्र की शुरुआत की थी। यह केंद्र जोनल अस्पताल मंडी में बनाया गया है। हाल ही में इस केंद्र में कोई एक दिन की नवजात बच्ची को छोड़ गया था। खबर की पुष्टि महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त निदेशक आरएस गुलेरिया ने की है। अनचाहा शिशु पालना केंद्र का मकसद ही ऐसे बच्चों को बचाना है, जिन्हें लोग किन्हीं कारणों से सड़कों पर छोड़ देते हैं। इसके अलावा बच्चे छोड़ने वालों पर भी मुकदमा दर्ज नहीं होता। हालांकि इतना जरूर है कि बच्चा किसी का चुराया हुआ तो नहीं है या कोई आपराधिक मसला तो नहीं, इतना जरूर पता किया जा सकता है।

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