हिमाचल में देरी से आएगा मानसून

पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर होने से होगी देरी, अभी और लगेंगे चार-पांच दिन

शिमला   – प्रदेश में मानसून देरी से आएगा। अब प्रदेश में चार-पांच दिन बाद मानसून आने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। मौसम विभाग की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर होने के चलते हिमाचल में मानसून चार-पांच दिन बाद ही पहुंचेगा, जबकि पूर्व में विभाग द्वारा प्रदेश में 30 व पहली जुलाई तक मानसून के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही थी। मौसम विभाग के निदेशक  डा. मनमोहन सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ पीछे से ही कमजोर हो गया है, जिसके चलते प्रदेश में मानसून को पहुंचने के लिए चार-पांच दिन और लग जाएंगे। प्रदेश में जुलाई के पहले सप्ताह के आखिर तक ही मानसून पहुंचेगा। प्रदेश में शुक्रवार को भी मौसम के कड़े तेवर जारी रहे। प्रदेश के मैदानी व मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में कई जगह दिन के समय झमाझम बारिश हुई, जिससे अधिकतम व न्यूनतम तापमान में फिर से गिरावट आंकी गई है। प्रदेश में 24 घंटों के दौरान पांवटा साहिब में सबसे अधिक 124 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई। इसके अलावा रेणुका में 54, संगड़ाह में 49, कंडाघाट में 32, देहरा गोपीपुर में 28, राजगढ़ में 26, नाहन में 22, धर्मशाला में 19, जुब्बल-मनाली में 17, ऊना, नगरोटा में 14, रोहड़ू में 13 और सरकाघाट में दस मिलीमीटर बारिश हुई। बारिश से अधिकतम तापमान में एक से दो डिग्री की गिरावट आई है। कई क्षेत्रों के न्यूनतम तापमान में भी गिरावट आई है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार राजधानी शिमला में अधिकतम तापमान 20.9, सुंदरनगर में 29.7, भुंतर में 26.0, कल्पा में 17.6, धर्मशाला में 28.2, ऊना में 33.0, नाहन में 28.0, सोलन में 27.2 और कांगड़ा में 30.1 डिग्री दर्ज किया गया।

छह जुलाई तक मौसम खराब

मौसम विभाग ने प्रदेश में छह जुलाई तक मौसम खराब बना रहने का पूर्वानुमान लगाया है। इस दौरान प्रदेश के मैदानी व मध्य पर्वतीय क्षेत्रोें में अनेक स्थानों पर बारिश की उम्मीद जताई गई है, जबकि उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में कुछ जगह गर्जन के साथ बारिश होगी।