ताक पर यातायात नियम

(दीक्षा शर्मा, धर्मशाला, कांगड़ा )

श्रावण माह के मेलों के दौरान पहाड़ी राज्य हिमाचल में दूसरे राज्यों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं। इस दौरान बाहर से आने वाले वाहनों द्वारा जमकर यातायात नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। कहीं बाइक पर तीन-तीन सवारियां ढोई जा रही हैं, तो कहीं खचाखच भरे टैंम्पो ट्रैवलर हर समय हादसे की आशंका साथ लिए दौड़ रहे हैं। बाइक्स पर जहां तीन-तीन सवारियां ढोई जा रही हैं, वहां ढूंढे ही कोई चालक ऐसा मिलेगा, जिसने हेल्मेट पहना हो। पहाड़ी राज्य में भी इन वाहनों की रफ्तार वही रहती है, जो मैदानी इलाकों में होती है। ऐसे में हर समय किसी अप्रिय हादसे की संभावना बनी रहती है। इस कोताही से बचने की जरूरत है। वहीं प्रदेश में भी कई ऐसे बिगड़ैल चालक मिल जाएंगे, जो तमाम यातायात नियमों को ताक पर रखकर अपनी व दूसरों की जिंदगी को जोखिम में डाल रहे हैं। प्रदेश में हर दिन कोई न कोई व्यक्ति सड़क हादसे में अपनी जान गंवा रहा है। सरकार को समझना होगा कि कोई ऐसी बीमारी नहीं है, जिससे इतने लोगों की जान जाती होगी जितनी सड़क हादसों में। सरकार को इस पर मंथन करने की जरूरत है। दूसरे राज्यों से आने वाले वाहन चालकों को प्रदेश के प्रवेश द्वार पर ही यातायात नियमों के पालन के प्रति सख्ती से आगाह किया जाना चाहिए। नियमों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि प्रदेश में होने वाले सड़क हादसों में कमी लाई जा सके।

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