फीस जमा होगी, तब मंजूर होगा आवेदन

कर्मचारी चयन आयोग ने ऑनलाइन अप्लाई करने के नियमों में किया फेरबदल

हमीरपुर — कर्मचारी चयन आयोग की ऑनलाइन भर्ती आवेदन में बदलाव होगा। भर्ती परीक्षा शुल्क के जमा होने पर ही ऑनलाइन आवेदन मंजूर होगा। इसके अलावा शैक्षणिक योग्यता तथा अन्य डिग्री-डिप्लोमा की गलत सूचना को चयन आयोग की ऑनलाइन प्रक्रिया में ऑन स्पाट खारिज कर दिया जाएगा। नए सॉफ्टवेयर की लांचिंग के साथ चयन आयोग ने यह नया प्रावधान शुरू कर दिया है। इसके बाद बैंक में चालान जमा होने का ब्यौरा ऑनलाइन देना पड़ेगा। इसकी आप्शन को भरने के बाद ही सॉफ्टवेयर भर्ती आवेदन को ओके करेगा। इस नई व्यवस्था के बाद चयन आयोग मेें ऑफलाइन आवेदन की सारी संभावनाएं समाप्त हो जाएंगी। इसके चलते किसी भी अभ्यर्थी को चयन आयोग से रोल नंबर न मिलने की शिकायतें दूर हो जाएंगी। वर्तमान में परीक्षा शुल्क को अभ्यर्थी बैंक में जमा करवाते हैं। इसके चालान का ऑनलाइन ब्यौरा दिया जाता है। हालांकि चालान की प्रति मिलने के बाद ही अभ्यर्थियों को रोल नंबर जारी होता था। कई अभ्यर्थियों की चालान प्रतियां कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर को देरी से मिलती थीं। इस कारण प्रभावित अभ्यर्थी को निर्धारित समय पर रोल नंबर जारी नहीं हो पाते थे। नए सॉफ्टवेयर में इसके पुख्ता प्रबंध कर दिए गए हैं। परीक्षा शुल्क जमा होने के बाद इसके विवरण की पुष्टि नया सॉफ्टवेयर करेगा। इस आधार पर ही ऑनलाइन आवेदन स्वीकृत होगा। इस सॉफ्टवेयर में शैक्षणिक योग्यता का नया कॉलम जोड़ा गया है। इसके तहत डिग्री तथा डिप्लोमे का भी इसी कॉलम में हवाला दिया जाएगा। इस आधार पर सॉफ्टवेयर शैक्षणिक योग्यता और डिप्लोमा की सत्यता के भी प्रमाणिकता जारी करते हुए आवेदन पत्र को मंजूर या खारिज करेगा। जाहिर है कि जेई के पदों के लिए कई अभ्यर्थी मैट्रिक तथा जमा दो की शैक्षणिक योग्यता की गलत सूचना कर्मचारी चयन आयोग को देते रहे हैं। इसके अलावा जेई डिप्लोमा और डिग्री की भी गुमराह करने वाले दावे चयन आयोग को पेश किए गए हैं। इस कारण साक्षात्कार प्रक्रिया में कई अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा पास करने के बाद  बाहर होना पड़ा है। कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर में आवेदन के समय प्रमाण पत्र नहीं मांगे जाते हैं। इस कारण पहले आवेदन के दौरान अभ्यर्थी गलत सूचनाएं प्रेषित करते हैं।

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