लंबी छुट्टी पर गए न्यूरो सर्जन डा.जनक राज

शिमला  — आईजीएमसी के एक न्यूरो सर्जन लंबी छुट्टी पर चले गए हैं। यह न्यूरो सर्जन डेपुटेशन पर टीएमसी में तैनात थे, लेकिन कुछ समय पहले ही इन्हें एक माह आईजीएमसी और एक माह टीएमसी में सेवाएं देने के निर्देश सरकार की ओर से किए गए थे। सूत्रों का कहना है न्यूरो सर्जन डा. जनक राज अब राजनीति में हाथ आजमाना चाहते हैं। इसलिए वह लंबी छुट्टी पर चले गए हैं। प्रदेश में न्यूरो सर्जन की पहले ही कमी है। डा. जनक राज समेत आईजीएमसी में तीन न्यूरो सर्जन हैं, जिनकी संख्या अब दो ही रह गई है, वहीं टीएमसी में एक ही न्यूरो सर्जन है। इसलिए डाक्टर जनक को डेपुटेशन पर टीएमसी भेजा गया था, लेकिन अब उनके लंबी छुट्टी पर जाने से निचले हिमाचल का सारा भार एक ही न्यूरो सर्जन के पर होगा। प्रदेश की कुल जनसंख्या 68 लाख से ज्यादा है। इस आबादी के लिए सरकार ने महज चार न्यूरो सर्जन की व्यवस्था की है, लेकिन अब यह संख्या तीन ही रह गई है। स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर सरकार की गंभीरता पर इससे बड़ा सवाल क्या हो सकता है। जानकारी के अनुसार न्यूरो सर्जन के कुल चार पद स्वीकृत हैं। इनमें से तीन आईजीएमसी के लिए और महज एक टांडा के लिए है। स्वास्थ्य सेवाओं को देखते हुए आईजीएमसी के बाद टांडा प्रदेश का दूसरा बड़ा अस्पताल है। निचले हिमाचल बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, चंबा के अधिकतर लोग टांडा अस्पताल पर ही निर्भर हैं। इन क्षेत्रों में अकसर सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। ऐसे में टांडा में कम से कम दो न्यूरो सर्जन की आवयश्कता है।

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