शिव नगरी में भद्रवाहुओं का डेरा

चंबा —  राधाष्टमी के बडे़ न्हौण के पावन मौके पर पवित्र डल में आस्था की डुबकी लगाने के लिए भद्रवाह के श्रद्धालुओं की आवाजाही बढ़ने से शहर में तिल धरने को जगह नहीं बची है। भद्रवाह से कई किलोमीटर का पैदल और वाहन के जरिए फासला तय करके चंबा पहुंचे श्रद्धालुओं ने चंबा चौगान में डेरा डाल दिया है। शिवभक्ति में डूबे भद्रवाह के श्रद्धालुओं ने चौगान में दिन भर भजन- कीर्तन का दौर चलाए रखा। मणिमहेश यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की आमद बढ़ने से चंबा जिला शिवभक्ति रस में डूब गया है। मंगलवार को भद्रवाह के श्रद्धालुओं ने चौगान में दिन भर भजन-कीर्तन के जरिए शिव महिमा का गुणगान किया। दोपहर बाद श्रद्धालुओं ने यात्रा के आगामी पड़ाव का रुख कर लिया है, जबकि कुछ श्रद्धालु रात्रि विश्राम हेतु चौगान में रुके हुए हैं। उल्लेखनीय है कि राधाष्टमी के बडे़ न्हौण पर मणिमहेश डल में डुबकी लगाने को लेकर भद्रवाह सहित अन्य राज्यों से श्रद्धालुओं की आवाजाही बढ़ गई है। श्रद्धालुओं की आवाजाही बढ़ने से चौगान में रौनक छा गई है। शहर के बाजारों में भी काफी चहल-पहल देखने को मिल रही है। मौसम के बेहतर रहने के चलते आगामी दिनों में श्रद्धालुओं की तादाद और बढ़ने की संभावना है। बहरहाल, राधाष्टमी के बड़े न्हौण पर पवित्र डल में डुबकी लगाने हेतु भद्रवाह के श्रद्धालुओं के चंबा पहुंचते ही नगर शिवभक्ति रस में डूबकर रह गया है।

चार दिन में सवा लाख ने लगाई डुबकी

भरमौर- मणिमहेश यात्रा के तहत डल झील में आस्था की डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं का यहां पहुंचने का क्रम जारी है। हालांकि मंगलवार से यात्रियों की संख्या थोड़ी कम हुई है, लेकिन आगामी दिनों में शाही न्हौण को लेकर यहां पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ेगी, वहीं चौरासी परिसर स्थित प्राचीन शिव मंदिर में भी श्रद्धालुओं की कतारें लग रही हैं। उल्लेखनीय है कि मणिमहेश यात्रा का आधिकारिक तौर पर आगाज 15 अगस्त को हुआ था। बावजूद इसके 11 अगस्त से ही भरमौर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने शुरू हो गई थी। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 12 से 15 अगस्त तक के चार दिनों में प्रशासन के अनुमान के मुताबिक सवा लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र डल झील में आस्था की डुबकी लगाई है।

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