समिति की बैठक में फैसला नहीं

मानवाधिकार आयोग बनाने के लिए हुई मीटिंग में न पहुंच सके धूमल

शिमला— मानवाधिकार आयोग के गठन के लिए बुधवार को सिलेक्ट कमेटी की बैठक आयोजित की गई, जिसमें नेता प्रतिपक्ष की गैर मौजूदगी में कोई भी फैसला न लिए जाने की सूचना है। जानकारी मिली है कि प्रेम कुमार धूमल ने अपरिहार्य कारणों के चलते बैठक में उपस्थित न होने की जानकारी भेजी थी। साथ ही उन्होंने इस बैठक से पूर्व ही राज्य सरकार से आयोग के सदस्यों की तैनाती के लिए जो नियम निर्धारित किए गए हैं व दावेदारों के नामों के पैनल की सूची भी मांगी थी। सूत्रों का दावा है कि सरकार की तरफ से नियम तो प्रतिपक्ष के नेता को भेज दिए गए, मगर पैनल की अभी तक जानकारी नहीं मिल सकी है। मानवाधिकार आयोग में एक सदस्य बनाया जाना है, जबकि आयोग के अध्यक्ष पद के लिए अभी भी कयास ही जारी हैं। सदस्य बनने के लिए कई दावेदार लाइन में हैं, मगर सूचना है कि सरकार की तरफ से हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के पूर्व चेयरमैन केएस तोमर के नाम की चर्चा चल रही है। हालांकि बुधवार को यह भी चर्चा थी कि उनके नाम की सिफारिश कर दी गई है, मगर सिलेक्ट कमेटी के एक सदस्य की गैर मौजूदगी में यह संभव नहीं हो सका है। हिमाचल में पिछले 10 सालों से आयोग निष्क्रिय है। मौजूदा सरकार ने ही मंत्रिमंडल की बैठक के जरिए आयोग को सक्रिय करने का फैसला लिया था, मगर अरसे से यह मामला भी लगातार लटकता जा रहा है। आयोग के अध्यक्ष पद के लिए हिमाचल उच्च न्यायालय के कुछ पूर्व मुख्य न्यायाधीशों के नामों की भी चर्चाएं हैं, मगर सरकार के नजदीकी बताते हैं कि अभी तक इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया गया है।

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