स्वार्थी नेता खुद ही छोड़ दें कुर्सी

बद्दी में बोले उत्तरी भारत के भामस इंचार्ज राम दास पांडेय

बीबीएन —  उद्योगों में कामगारों की आड़ में अपने हित साधने वाले भामस नेता या तो स्वयं अपने पद से त्यागपत्र दे दें नहीं तो संगठन अपने स्तर पर ऐसे नेताओं को संगठन से बाहर का रास्ता दिखाएगा। यह बात भारतीय मजदूर संघ की बैठक की अध्यक्षता करने हुए संघ के उत्तरी भारत के इंचार्ज राम दास पांडेय ने कही। संघ की बैठक बद्दी में हुई। बैठक में हिमाचल, पंजाब, हरियाणा व जम्मू- कश्मीर के अध्यक्षों ने भाग लिया। बैठक में श्री पांडेय ने कहा कि उनके पास लगातार ऐसी शिकायतें आ रही हैं कि कुछ भामस नेता कामगारों के हितों की आड़ में अपने व अपने परिजनों के नाम पर उद्योगों में ठेके ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे कामगार नेताओं को मेरी यही नसीहत है कि स्वयं संगठन से रिजाइन दे दें, नहीं तो संगठन उनके खिलाफ सबूतों के साथ कार्रवाई करेगा। उन्होंने चारों राज्यों के प्रधानों को नसीहत दी कि उद्योगों में कार्यरत कामगारों के साथ ही भामस देश का सबसे बड़ा संगठन है, अगर कामगारों के  हितों का ध्यान नहीं रखेंगे, तो संगठन का असली उद्देश्य पूरा नहीं होता। उन्होंने कहा कि कामगारों को उद्योगों द्वारा दी जाने वाल सुविधाएं, जिनमें पीएफ, ईएसआई, मिनिमम वेतन व ओवर टाइम की सभी प्रकार की जानकारियां हासिल कर रिपेर्ट भामस के दिल्ली स्थित कार्यालय में भेजी जाएं। बैठक में उपस्थित चारों राज्यों के अध्यक्षों ने अपने-अपने राज्यों में आ रही कामगारों की समस्याओं से उन्हें परिचित करवाया व इसके लिए विशेष रणनीति बनाने की मांग रखी। उन्होंने जिला सोलन भामस अध्यक्ष मेहुल मेहता को कहा कि जिला सोलन जो कि प्रदेश का सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है, इसिलए यहां के कामगारों की समस्याओं को प्रमुखता के आधार पर निपटाया जाए। इस अवसर पर भामस हिमाचल के अध्यक्ष राकेश शर्मा, भामस हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष यंग बहादुर, भामस पंजाब क्षेत्र के अध्यक्ष सुखविंद्र बिक्की, जम्मू-कश्मीर के अध्यक्ष सुभाष वर्मा व जिला सोलन भामस अध्यक्ष मेहुल मेहता उपस्थित रहे।

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