हिमाचल भाजपा में कमजोर लीडरशिप

मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह बोले, धूमल की अपने विधायकों पर पकड़ ढीली

शिमला— सीएम वीरभद्र सिंह ने कहा है कि सदन में जिस तरह से विपक्षी सदस्य व्यवहार कर रहे हैं, उससे जाहिर है कि नेता प्रतिपक्ष प्रो. प्रेम कुमार धूमल की अपनी पार्टी के विधायकों पर पकड़ ढीली हो चुकी है। सत्र के बाद मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने प्रो. धूमल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि नेतृत्व यदि मजबूत होता तो ऐसा नहीं होता, जैसा सदन के अंदर भाजपा के विधायक कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जब भी उन्हें मिलते हैं, तो उनसे सामान्य बातचीत होती है, मगर सदन के अंदर उनका रवैया बदल कैसे जाता है। इस बात की हैरानी है। उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा लगता है कि श्री धूमल का अपने विधायकों पर नियंत्रण नहीं है। मुख्यमंत्री ने फेसबुक पर कोटखाई छात्रा मामले में कुछ फोटो वायरल होने को लेकर प्रतिक्रिया में कहा कि वह फेसबुक को खुद नहीं चलाते। इसे कुछ वालंटियर चलाते हैं और किसी ने गलती से डाला और फिर इसे एक मिनट में हटा भी दिया गया। ये फोटो कहां से आए थे, इसका पता किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सदन के अंदर सरकार हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है। गाली-गलौज और नारेबाजी करना स्वस्थ प्रजातांत्रिक परंपराओं में शामिल नहीं होता। विपक्ष के सदस्य सदन के अंदर असंसदीय भाषा का प्रयोग कर रहे हैं और उनमें शालीनता नहीं है।

नरेंद्र बरागटा ने दिया था भड़काऊ भाषण

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोटखाई छात्रा मामले में भाजपा और माकपा सहयोग कम और राजनीति ज्यादा कर रहे हैं। पूर्व बागबानी मंत्री नरेंद्र बरागटा ने कोटखाई में भड़काऊ भाषण दिया। छात्रा मामले में निष्पक्ष जांच और दोषियों को सजा देने की मांग उठानी चाहिए, न कि इस मामले को राजनीतिक रंग देने की कोशिश करनी चाहिए। सीएम ने कहा कि छात्रा हमारी बेटी थी और उसके हत्यारों को पकड़ने और उन्हें कड़ी कार्रवाई दिलाने के लिए सरकार ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। यहां तक लोगों की मांग पर उन्होंने खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सीबीआई जांच की मांग की थी।

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