आज गुजरात पहुंचेगे मोदी-आबे

रोड शो करते हुए जाएंगे गांधी आश्रम, बुलेट ट्रेन परियोजना का करेंगे शिलान्यास

अहमदाबाद— प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के उनके समकक्ष शिंजो आबे बहुप्रतीक्षित बुलेट ट्रेन परियोजना के शिलान्यास के सिलसिले में बुधवार को दो दिवसीय दौरे पर गुजरात आएंगे। इस दौरान दोनो नेता करीब आठ किलोमीटर लंबे एक भव्य रोड शो के बाद महात्मा गांधी के ऐतिहासिक साबरमती आश्रम तक पहुंचेंगे। अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल हवाई अड्डे पर बुधवार दोपहर बाद करीब साढ़े तीन बजे श्री मोदी श्री आबे की अगवानी करेंगे। उनके रोड शो का विवरण हालांकि दोनों नेताओं के कार्यक्रम के आधिकारिक विवरण में शामिल नहीं किया गया है, पर भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने मंगलवार को बताया कि इस रोड शो के दौरान उनका काफिला साबरमती रिवरफ्रंट के समांतर बनी सड़क से भी गुजरेगा। रास्ते में 28 स्थानों पर इतने ही राज्यों के कलाकारों की झांकी भी प्रदर्शित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि जापान भारत के सबसे भरोसमंद साथियों में से हैं और उसके प्रधानमंत्री के स्वागत में कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। खासकर तब जब वह सीधे गुजरात आएंगे और यही से वापस रवाना हो जाएंगे। यह रोड शो करीब एक घंटे तक चलेगा। इसका ग्रांड रिहर्सल भी मंगलवार को किया गया। इस दौरान 28 राज्यों की कला वेशभूषा वाली ऐसी झांकियों, जो श्री आबे की भव्य स्वागत योजना का एक भाग है, का भी रिहर्सल किया गया। दोनों नेता शाम लगभग सवा छह बजे यहां वास्तुकला का बेजोड नमूना माने जाने वाले पुराने शहर स्थित सीदी सैयद की जाली पर जाएंगे तथा पास ही अगासिये रेस्तरां में रात का भोजन करेंगे। इस दौरान करीब एक सौ तरह के व्यंजन परोसे जाएंगे। अपनी पत्नी के साथ आ रहे श्री आबे रात्रि विश्राम यहां वस्त्रापुर के हयात होटल में करेंगे। अगले दिन यानी 14 सितंबर की सुबह करीब दस बजे दोनों यहां साबरमती रेलवे स्टेशन के निकट एथलेटिक्स स्टेडियम में एक समारोह में मुंबई अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना का शिलान्यास करेंगे। इसके बाद श्री आबे श्री मोदी के साथ गांधीनगर में दांडी कुटीर संग्रहालय देखने जाएंगे। गांधीनगर के महात्मा मंदिर में  दोनों नेताओं के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की 12वीं भारत जापान वार्षिक शिखर बैठक होगी, जिसमें परस्पर लाभ के कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। समझा जाता है कि दोनों देशों के बीच ढांचागत क्षेत्र में निवेश, मेक इन इंडिया और डिजीटल इंडिया जैसे क्षेत्रों में सहयोग के अलावा क्षेत्रीय चुनौतियों का सामना करने के लिये एशिया अफ्रीका ग्रोथ कॉरिडोर और रक्षा संबंधों को बढ़ाने के बारे में ठोस विचार विमर्श होगा।