एक नजर

दो डीएसपी के तबादलों में फेरबदल

शिमला — राज्य सरकार ने बुधवार को किए तबादला आदेशों में फेरबदल किया है। सरकार के आदेशों के अनुसार कांगड़ा में तैनात डीएसपी सुरेंद्र कुमार, जिनका चौथी आईआरबी जंगलबैरी को तबादला किया गया था, को अब डीएसपी (सीआईडी) धर्मशाला लगाया गया है। वहीं, अंब के डीएसपी धर्मचंद को , जिन्हें धर्मशाला में डीएसपी (सीआईडी) पद पर ट्रांसफर किया गया था, अब उन्हें पांचवीं आईआरबी बस्सी भेजा गया है।

दो माइनिंग अफसरों की ट्रांसफर

शिमला— राज्य सरकार ने दो माइनिंग अफसरों का तबादला किया है। ज्योति कुमार पुरी माइनिंग अफसर धर्मशाला को चंबा भेजा गया है, जबकि हरविंद्र सिंह, जो बिलासपुर से चंबा के लिए अंडर ट्रांसफर थे, उन्हें अब धर्मशाला स्थानांतरित किया गया है।

चार इंस्पेक्टर, तीन एएसआई बदले

शिमला —पुलिस विभाग में सात कर्मचारियों के  तबादले किए गए हैं। विभाग में चार इंस्पेक्टर  और तीन एएसआई को बदला गया है। जानकारी के अनुसार इंस्पेक्टर विजय कुमार को स्टेट विजिलेंस से सिरमौर भेजा गया है, जबकि सिरमौर से अशोक चौहान को स्टेट विजिलेंस तबदील किया गया है। वहीं, अनिल कुमार को कुल्लू से बिलासपुर और नेगी राम को प्रथम आईआरबीएन बनगढ़ से तृतीय आईआरबीएन पंडोह भेजा गया है।  वहीं एएसआई बहादुर सिंह को मंडी से प्रथम बटालियन जुन्गा, नारायण सिंह को प्रथम बटालियन जुन्गा से मंडी और रोशन लाल को सिरमौर से आईआरबीएन सकोह भेजा गया है।

मेडिकल यूनिवर्सिटी की नियमावली जारी

शिमला —स्वास्थ्य विभाग ने मंडी मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी को लेकर नियमावली जारी कर दी है। इस नियमावली में विवि के स्ट्रक्चर और पदों के सृजन को लेकर नियम बनाए गए हैं। इस नियमावली के आधार पर ही विवि को चलाया जाएगा और इसी के आधार पर विवि कार्य करेगा। इस विवि के तहत प्रदेश के सभी मेडिकल कालेज आएंगे। यह पहली बार है कि प्रदेश में अलग से मेडिकल साइंस यूनीवर्सिटी खोली जा रही है।

एचपीएमसी के नए  कार्यालय का आगाज

शिमला—  प्रदेश मार्केटिंग निगम द्वारा देश के विभिन्न राज्यों में नेशनल सेल एजेंटों की नियुक्ति कर उत्पाद की बिक्री को बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे निगम को लगभग 100 करोड़ रुपए का लाभ अर्जित होगा। यह बात गुरूवार को सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य, बागबानी एवं सूचना प्रौद्येगिकी मंत्री विद्या स्टोक्स ने एचपीएमसी के आधुनिक कार्यालय के उद्घाटन अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि 10 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता से फूड प्रोसेसिंग प्लांट परवाणू को स्तरोन्नत किया गया है।