कभी लोकसभा नहीं देखी, मुझे घेर रहे

वित्त मंत्री अरुण जेटली के नौकरी मांगने वाले बयान पर यशवंत सिन्हा का जवाब

नई दिल्ली— वित्त मंत्री अरुण जेटली और भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा के बीच की बयानबाजी की जंग और तेज हो गई है। 80 साल की उम्र में नौकरी मांगने के अरुण जेटली के बयान से बिफरे यशवंत सिन्हा ने शुक्रवार को कहा कि मैं मुद्दों की बात कर रहा हूं, लेकिन वह निजी हमले कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन्होंने लोकसभा की शक्ल नहीं देखी, वह मुझ पर नौकरी मांगने का आरोप लगा रहे हैं। श्री सिन्हा ने कहा कि अरुण जेटली ने कहा कि मैं नौकरी तलाश रहा हूं। वह मेरा बैकग्राउंड भूल गए हैं। वह भूल गए हैं कि मेरी 12 साल की आईएएस नौकरी बाकी थी और मैंने सब छोड़कर राजनीति ज्वाइन की थी। आज कोई कहे कि मैं 80 साल की आयु में नौकरी मांग रहा हूं तो यह सही कैसे हो सकता है। 1989 में वीपी सिंह देश के पीएम थे, उन्होंने मुझे शपथ के लिए राष्ट्रपति भवन बुलाया था। मैं बिना शपथ के वापस आ गया, क्योंकि मुझे लगा कि वह मेरे साथ न्याय नहीं कर रहे। मैंने मंत्री पद का त्याग किया, आईएएस का पद छोड़ दिया। मैंने राजनीति में दर-दर की ठोकर खाई। राजनीति में प्रवेश करने के 15 दिन के भीतर मैंने चुनाव लड़ा, जिन्होंने लोकसभा की शक्ल नहीं देखी, वह मुझ पर नौकरी मांगने का आरोप लगा रहे हैं, जबकि अरुण जेटली ने अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में बिना चुनाव लड़े ही राज्य मंत्री का पद लिया था।

पनामा मामले पर कार्रवाई क्यों नहीं

यशवंत सिन्हा ने कहा कि ब्लैक मनी पर एचएसबीसी ने 740 लोगों की लिस्ट जारी की थी, उन लोगों पर आज तक क्या कार्रवाई हुई है। पनामा पर भारत में कोई कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि अरुण जेटली चिदंबरम के करीबी मित्र रहे हैं। श्री सिन्हा ने कहा कि मैं चिदंबरम के दोस्त नहीं है।

समर्थन में शत्रु, मंदी पर प्रधानमंत्री मोदी से मांगा जवाब

पटना — मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना करने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा का सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने एक बार फिर समर्थन किया और कहा कि अब सही वक्त आ गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगे आकर मंदी को लेकर उठ रहे सवालों का जवाब दें । श्री सिन्हा ने शुक्रवार को माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्वीटर पर किए ताबड़तोड़ ट्वीट में कहा कि यह सही वक्त है, जब प्रधानमंत्री और इस डेमोक्रेसी के हैड सामने आएं। जनता और मीडिया के सवालों का सामना करें।

अपनी समझ से लिखा था लेख

नई दिल्ली — जयंत सिन्हा ने इस आरोप को खारिज कर दिया है कि पिता यशवंत सिन्हा के तर्कों से असहमति जताने वाला आर्टिकल उन्होंने किसी के कहने पर लिखा था। जयंत सिन्हा ने इस बात पर जोर दिया है कि इकोनॉमी की स्थिति पर आर्टिकल उन्होंने अपनी समझ से लिखा था।