क्यूबा ने बहरे किए राजनयिक

अमरीकी अफसरों का दावा, गुपचुप तरीके से हो रहे सेहत पर हमले

वाशिंगटन— अमरीका और क्यूबा का नया-नया रिश्ता दोबारा खटाई में पड़ता दिख रहा है। क्यूबा में मौजूद अमरीकी अधिकारियों का दावा है कि उनके स्वास्थ्य पर गुपचुप तरीके से हमला किया जा रहा है, जिसकी वजह से कई राजनयिक में बहरापन तक देखा गया है। अब तक इन हमलों से 21 राजनयिकों के प्रभावित होने की अमरीका ने पुष्टि की है। अमरीकी विदेश सेवा संगठन की मानें तो यह हमले साल 2016 के आखिर में ही शुरू हो गए थे। हमलों की वजह से राजनयिकों के दिमाग में सूजन, सिर में तेज दर्द, असंतुलन और संज्ञान खोने जैसे लक्षण भी देखे गए हैं। अमरीकी जांचकर्ताओं का कहना है कि उनके राजनयिकों पर सीके्रट सॉनिक हमले किए जा रहे हैं। यानी उनके राजनयिकों को एक ऐसे एडवांस्ड डिवाइस से निशाना बनाया जा रहा है, जिसकी कोई आवाज नहीं होती, लेकिन वह अपने आसपास के लोगों के कानों पर बहुत बुरा असर डालता है। ऐसा माना जा रहा है कि ऐसे डिवाइस अमरीकी राजनयिकों के घर के बाहर और अंदर छोड़ दिए गए हैं। बीते साल बराक ओबामा प्रशासन के समय अमरीका और क्यूबा के बीच राजनयिक रिश्ते बहाल हुए थे, जिसके बाद अमरीकी अधिकारियों को क्यूबा भेजा गया था। अमरीकी विदेश मंत्रालय का कहना है कि बीते साल ऐसे कुछ मामले सामने आने के बाद हमले रुक गए थे, लेकिन इसी साल अगस्त में फिर एक मामला सामने आया था और अगस्त के आखिर में भी ऐसे हमले होने की पुष्टि हुई। नए मामलों का पता चलने के बाद अब अमरीका का मानना है कि प्रभावितों की संख्या और बढ़ सकती है। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर नोर्ट ने कहा है कि अमरीका अपने कर्मचारियों की जांच जारी रखेगा। अमरीकी राजनयिकों का प्रतिनिधित्व करने वाले संघ ने कहा है कि इन हमलों से प्रभावित होने वाले राजनयिकों के मस्तिष्क में सदमे के कारण जख्म होने का पता चला है।