कर्मचारियों को किया जा रहा गुमराह
एनुअल जनरल मीटिंग (एजीएम) की बैठक में पार्षद बिट्टू कुमार ने कहा कि कर्मचारियों को पालिसी के नाम पर गुमराह किया जा रहा है। जल्द ही आचार संहिता लगने वाली है। ऐसे में कर्मचारियों को पालिसी का झांसा देकर गुमराह किया जा रहा है।
घरों से 15-15 दिन तक नहीं उठा कूड़ा
पार्षद संजय परमार ने आरोप लगाते हुए कहा कि सफाई कर्मचारी 15-15 दिन तक घरों से कूड़ा नहीं उठा है। सैहब कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी होनी चाहिए, मगर उनकी जवाबदेही सुनिश्चित होनी चाहिए।
भाजपा-माकपा पार्षद आमने- सामने
एनुअल जनरल मीटिंग में भाजपा व माकपा के पार्षद आमने-सामने दिखे। भाजपा पार्षदों ने एजेंडों से बाहर के विषय पर चर्चा करने का विरोध किया और माकपा पार्षद के एजेंडों पर ही चर्चा करने को कहा।
सैहब कर्मियों के भविष्य के साथ खिलवाड़
सैहब सोसायटी कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष जसवंत सिंह ने कहा कि सैहब कर्मचारियों के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है। उन्हें सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। निगम प्रशासन ने सफाई कर्मचारियों को रेन कोट दिए थे। वे दो दिन में ही फट गए थे।
25 कर्मचारी पीलिया से पीडि़त
यूनियन के पदाधिकारियों का आरोप है कि शहर का कूड़ा उठाने वाले 25 कर्मचारी पीलिया से ग्रस्त हैं, लेकिन नगर निगम प्रशासन की ओर से उन्हें कोई सहयोग नहीं मिला।
सरकार को नहीं भेजा गया प्रस्ताव
एजीएम की बैठक में उपमहापौर राकेश कुमार शर्मा ने कहा कि सैहब कर्मचारियों की मांगों बाबत पिछली नगर निगम में जो प्रस्ताव तैयार किया गया था, उस प्रस्ताव को सरकार को नहीं भेजा गया।