देवताओं के अस्थायी शिविर में हो पुलिस पहरा

चोरी की वारदातें दिन-प्रतिदिन बढ़ रही हैं। सोना-चांदी और नकदी पर चोर हाथ साफ कर रहे हैं। चालू वित्त वर्ष के नौ महीने में जिला कुल्लू में 22 के करीब चोरियों के मामले पुलिस की फाइल में दर्ज हैं। इसी बीच देवी-देवताओं के मंदिर और भंडार में भी चोरी के मामले सामने आए हैं। चोर देवताओं के मोहर समेत अन्य कई सामान ले उड़े। वहीं, बीते वर्षों भगवान रघुनाथ मंदिर में भी सबसे बड़ी चोरी का मामला सामने आया था, जिससे जिलाभर का देव समाज आहत हो गया था। वहीं, देवआस्था से जुड़े लोगों ने इस बार अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव के दौरान हर देवी-देवता के अस्थायी शिविरों के पास पुलिस कर्मी तैनात करने का पुलिस विभाग से आग्रह किया है। हालांकि आज के दशहरा उत्सव में देवी-देवताओं के अस्थायी शिविरों में चोरी की घटनाएं पेश नहीं आई हैं, लेकिन बढ़ रही चोरी की घटनाओं को लेकर आस्थावान लोगों ने पुलिस से मांग की है

देवी-देवताओं के पास पुलिस कर्मी जरूरी

राज का कहना है कि भले ही पुलिस विभाग ने रात-दिन पहरा दिया होता है, लेकिन जिस तरह से चोरी की वारदातें पेश आ रही हैं। इससे हर देवी-देवताओं के पास हर वक्त पुलिस कर्मी का होना जरूरी है। रात के समय जैसे अन्य कई बड़े-बडे़ देवी-देवताओं के शिविरों के पास पुलिस खड़ी रहती है, वैसी ही अन्य देवी-देवताओं के पास भी पहरा हो।

अंतरराष्ट्रीय दशहरे की शान हैं देवी-देवता

संजय गुलेरिया का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव की शान देवी-देवता ही हैं। बेशकीमती आभूषणों से सजे देवी-देवताओं के रथों को देखने के लिए विश्व के लोग आते हैं। ऐसे में अस्थायी शिविरों के पास पुलिस का होना बेहद जरूरी है। ढालपुर मैदान ही नहीं, बल्कि कोने-कोने में बैठने वाले देवताओं के पास पुलिस कर्मी तैनात होना चाहिए।

शराबियों-नशा करने वालों पर हो कार्रवाई

मुंशी लाल मल्होत्रा का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव के दौरान शराब पीकर हुड़दंग मचाने वाले लोगों पर कार्रवाई हो। जिला के विभिन्न क्षेत्रों से आए कई लोग शराब पीकर देवी-देवताओं के अस्थायी शिविरों के पास आते हैं और कारकूनों से बहस करने लगते हैं, ऐसे में इन लोगों पर कड़ी कार्रवाई में अमल लाई जाए।

हर रास्ते पर पुलिस का पहरा जरूरी

सूरज का कहना है कि जैसे ही देवी-देवता अपने देवालय से ढालपुर के लिए रवाना होते हैं तो रास्त में भी हारियानों को विकट परिस्थितियों से गुजरना पड़ता है।  इस दौरान  हारियानों को पुलिस की सुरक्षा की जरूरत पड़ती है। ऐसे में सड़कों पर जगह-जगह पुलिस पहरा होना जरूरी है।