प्रदेश के मंदिरों में बने गोशाला

सांसद शांता कुमार ने राज्यपाल आचार्य देवव्रत को भेजी पाती

पालमपुर- देश के अनेक स्थानों पर बहुत बढि़या अच्छे गोसदन चल रहे हैं। इसी तर्ज पर देवभूमि में बड़े मंदिरों में गोशालाओं का निर्माण किया जाता है, तो सड़कों पर बढ़ रही गउओं की तादाद की संख्या में कमी लाई जा सकती है। इस संदर्भ में सांसद शांता कुमार ने राज्यपाल आचार्य देवव्रत को पत्र लिखकर बड़े मंदिरों को गोशाला चलाने के अनिवार्य आदेश देने का सुझाव दिया है। शांता कुमार ने कहा कि प्रदेश के अनेक बड़े मंदिरों की आय इतनी है कि वहां पर अच्छे गोसदन चलाए जा सकते हैं। मंदिरों में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को ऐसा पता चलने पर दान में मिलने वाली रकम में भी बढ़ोतरी होगी। शांता कुमार ने लिखा है कि हिमाचल देवभूमि है, यहां हर साल लाखों की तादाद में श्रद्धालु आते हैं और करोड़ों रुपए चढ़ावा चढ़ता है। बहुत से बड़े मंदिर सरकारी प्रबंध व्यवस्था में हैं, लेकिन सब जगह दान में मिले पैसों का सही उपयोग नहीं हो पाता। कई बार इस धन को प्रशासन के साधारण कार्यों में खर्च दिया जाता है। मनुष्य स्वार्थी हो रहा है और गाय जब दूध देना बंद कर देती है, तो उसे सड़क पर छोड़ दिया जाता है। बाहर से आने वाले पर्यटकों को भी सड़कों पर घूम रही गउओं को देखकर पीड़ा होती है। यदि बड़े मंदिरों में गोशालाएं बनवाने के प्रयास किए जाते हैं, तो इसके आने वाले समय में अच्छे परिणाम मिलेंगे और गउओं को आश्रय मिल जाएगा। इतना जरूर है कि सरकार के मौजूदा हालात को देखते हुए सांसद शांता कुमार ने इस बार अपना सुझाव सरकार की बजाय राज्यपाल को भेजा है।