मुख्यमंत्री चाहें तो मुझे हटा दें

धर्मशाला, ऊना— कांग्रेस पार्टी के भीतर चल रहा विवादित बयानों का घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। मुख्यमंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए परिवहन मंत्री जीएस बाली ने कहा कि उन्होंने अपना काम ईमानदारी से किया है, सीएम चाहें तो उन्हें हटा सकते हैं। मुख्यमंत्री के पास अधिकार भी हैं और वह फ्री हैंड भी हैं, इसलिए वह कोई भी निर्णय ले सकते हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कुल्लू में बयान दिया था कि वह बाली की धमकियों से डरने वाले नहीं हैं, यदि उन्हें जाना है तो वह पार्टी छोड़कर जा सकते हैं। उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। कांग्रेस प्रभारी शुशील कुमार शिंदे के आने से ऐसा लग रहा था कि दोनो खेमे एक साथ आ जाएंगे। इतना ही नहीं, धर्मशाला में मंत्री सुधीर शर्मा और जीएस बाली की लंच डिप्लोमेसी के बाद भी कई तरह के कयासों का दौर शुरू हुआ था, लेकिन चुनावों से ठीक पहले अध्यक्षी को चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।

रिटायरमेंट के लिए किसी से नहीं पूछूंगा

जीएस बाली ने कहा है कि वह जब रिटायर होंगे तो किसी से भी नहीं पूछेंगे। दूसरी तरफ सीएम वीरभद्र सिंह ने कहा है कि वह रिटायर होना चाहते हैं, लेकिन हाइकमान नहीं होने दे रही। इस संबध में श्री बाली ने कहा कि यह सीएम व हाइकमान के बीच का मसला है, जिसने भी रिटायर होना होता है, फैसला उसे ही लेना होता है। मुख्यमंत्री ने उन्हें मंत्रिमंडल में रखा है। यदि मेरा कार्य संतोषजनक नहीं है तो हटा सकते हैं।