सरकारी कर्मचारियों के ही अच्छे दिन क्यों

(मनीषा चंदराणा (ई-मेल के मार्फत) )

सरकार ने कर्मचारियों का महंगाई भत्ता चार से बढ़ाकर पांच फीसद कर दिया है। दुनिया में भारत ही एक ऐसा देश होगा, जहां सरकार कर्मचारियों पर उनके काम का परीक्षण किए बिना बड़ी मात्रा में खर्च करती है। आखिर अच्छे दिन हमेशा सरकारी कर्मचारियों के ही क्यों आते हैं?  इन कर्मचारियों-अधिकारियों से काम लेने वाली जनता के अच्छे दिन कब आएंगे?  ये सवाल आम जनता के साथ-साथ निजी क्षेत्र में काम करने वालों के मन में भी उठते रहते हैं। सभी क्षेत्रों में काम करने वाले कर्मचारियों को अच्छे दिन आने पर ही सही मायनों में अच्छे दिन आ सकते हैं। ऐसी खैरात के बजाय यदि कामचोर, भ्रष्ट व जनता से बदसलूकी करने वाले कर्मचारियों की सुविधाओं पर कैंची चले, तो प्रशासनिक कामकाज के लिहाज से जनता के लिए अच्छे दिन जरूर आ सकते हैं।