हरजीत ने अमरीका में जीती चांदी-कांसा

पैसे की तंगी पर ‘दिव्य हिमाचल’ ने दिया था सहारा, आज दुनिया देख रही हुनर

बैजनाथ— बैजनाथ उपमंडल के छोटे से गांव धानग के हरजीत कुमार ने पुनः अमरीका के ओरलैंडो शहर में आयोजित 11वें विश्व मार्शल आर्ट्स खेलों में अंडर बेल्ट कुमिते में रजत पदक जीता है। इसके साथ हरजीत  ने सेल्फ डिफेंस प्रतिस्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर भारत के साथ हिमाचल प्रदेश का नाम रोशन किया है। प्रदेश के अग्रणी एवं जन-जन की आवाज बन चुके ‘दिव्य हिमाचल’ द्वारा तराशे गए धानग गांव के हीरे हरजीत ने इससे पूर्व 12 से 16 अक्तूबर, 2016 तक जोहान्सबर्ग (साउथ अफ्रीका) में आयोजित 10वीं वर्ल्ड मार्शल गेम्स में 55 किलोग्राम भार वर्ग में सिल्वर मेडल जीतकर प्रदेश का नाम रोशन किया था। हरजीत को उस समय ‘दिव्य हिमाचल’ रिलीफ फंड की सहायता से अफ्रीका जाने का मौका मिला था। धानग गांव के हरजीत ने इस बार पुनः वर्ल्ड मार्शल आर्ट्स गेम्स समिति द्वारा अमरीका के ओरलैंडो शहर में सात से 10 सितंबर को आयोजित 11वें नेशनल मार्शल आर्ट्स खेलों में हिस्सा लेकर यह उपलब्धि हासिल की। 11वीं विश्व मार्शल आर्ट्स खेलों में नेशनल मार्शल आर्ट्स समिति भारत के तत्त्वावधान में भारतीय टीम ने विभिन्न स्पर्द्धाओं में छह स्वर्ग सहित 11 पदक जीते, जिनमें जूनियर ग्राप्लिंग में सुमित ने अंडर-65 किलोग्राम में स्वर्ग, तायक्वांडो के कंटीन्यूअस स्पर्टिंग के अंडर-45 में प्रीति सरकार ने स्वर्ग, कुमिते में शुभेंदु, श्रेयांश, आशीष, सुखवीर ने स्वर्ग पदक जीते। रविंद्र कुमार ने ब्लैक बेल्ट कुमिते में रजत, हरजीत ने अंडर बेल्ट कुमिते में रजत व सैल्फ डिफेंस प्रतिस्पर्धाओं में आशीष वर्मा ने रजत, हरजीत और शुभेंदु ने कांस्य पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया है। हरजीत ने अपनी जीत का श्रेय नेशनल मार्शल आर्ट्स समिति के अध्यक्ष नरेंद्र गौर महासचिव मास्टर वीके को दिया है। हरजीत ने कहा कि अगर मीडिया ग्रुप ‘दिव्य हिमाचल’ उसे 2016 में अफ्रीका न भेजता, तो आज वह मेडल न जीत पाता।