अपनी पहली विदेश मैराथन के लिए नेपाल पहुंचे सुनील

प्रातः साढ़े दस बजे दिल्ली से वाई एयर नेपाल के लिए रवाना, परिजनों को पुखराज में सफलता की पूरी उम्मीद

संगड़ाह — दिल्ली से मुंबई तक की दि ग्रेट इंडिया रन कारगिल इंटरनेशनल रन व बंगलूर स्टेडियम रन आदि मैराथन के दौरान अपनी प्रतिभा का जौहर दिखा चुके हिमाचली धावक सुनील शर्मा बुधवार को विदेशी धरती पर होने वाली अपनी पहली मैराथन के लिए नेपाल पहुंचे। बुधवार प्रातः साढ़े दस बजे वह दिल्ली से वाई एयर नेपाल के लिए रवाना हुए तथा परिजनों को पुखराज में उनकी सफलता की पूरी उम्मीद है। आगामी 28 अक्तूबर को पुखराज में समुद्र तल से करीब 11486 फुट ऊंचाई पर आयोजित होने वाली अन्नपूर्णा मैराथन को दुनिया की सबसे मुश्किल दौड़ में से एक समझा जाता है। अन्नपूर्णा दौड़ में दुनिया के कईं देशों के ख्याति प्राप्त मैराथनर शामिल होंगे तथा पहली बार सुनील शर्मा देश से बाहर कोई मैराथन कर रहे हैं। उपमंडल संगड़ाह के गांव माईना के रहने वाले सुनील गत वर्ष 1480 किलोमीटर की दिल्ली से मुंबई तक की श्दि ग्रेट इंडिया रनश को महज 18 दिनों में पूरा कर जहां लीड मैराथन रहेए वहीं हाल ही में बंगलूर में हुई 192 किलोमीटर स्टेडियम रन को भी वह केवल 24 घंटे में पूरे कर प्रथम श्रेणी में रहे चुके हैं। इसके अलावा 160 किलोमीटर की कारगिल इंटरनेशनल फार सरहद को मात्र 22 घंटे 55 मिनट में पूरा कर वह इसी साल नया कीर्तिमान स्थापित कर चुके हैं। दो दिन पूर्व सोमवार को दिल्ली में आयोजित 220 किलोमीटर की एक ट्रायल रन में वह प्रथम स्थान पर रहे। अंतरराष्ट्रीय स्तर के धावक बनने के लिए सुनील को अब तक स्पोर्ट्स किटए फिजियोथेरेपिस्ट व डाइट आदि के भारी खर्च के लिए स्पांसर्शिप नहीं मिल सकीए हालांकि गत माह प्रदेश सरकार द्वारा अथवा मुख्यमंत्री द्वारा उन्हें एक लाख की सम्मान राशि दी जा चुकी है। नेपाल में आयोजित होने वाली अन्नपूर्णा रन के रजिस्ट्रेशन की 25 हजार की राशि व आने जाने का खर्चा वह अपने स्वयं कर रहे हैं। सुनील शर्मा ने कहा किए अन्नपूर्णा मैराथन विदेशी धरती पर होने वाली उनकी पहली मैराथन है तथा वह इसके लिए जमकर पसीना बहा रहे हैं। 28 अक्तूबर को होने वाली  मैराथन से पूर्व दो सप्ताह तक नेपाल में ही वह इस दौड़ की तैयारी करेंगे।