अब निकला ‘पिच फिक्सिंग’ का जिन्न, क्यूरेटर पांडुरंग बर्खास्त

पुणे में भारत-न्यूजीलैंड वनडे से कुछ घंटे पहले स्टिंग आपरेशन, मनचाही विकेट के लिए सौदेबाजी का खुलासा

नई दिल्ली/पुणे— क्रिकेट में मैच फिक्सिंग और स्पॉट फिक्सिंग के बाद अब पिच फिक्सिंग ने भारतीय क्रिकेट में नया विवाद खड़ा कर दिया है और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने महाराष्ट्र क्रिकेट संघ (एमसीए) के क्यूरेटर पांडुरंग सलगांवकर को पिच से कथित छेड़छाड़ को लेकर बुधवार को उन्हें तुरंत प्रभाव से बर्खास्त कर दिया। पिच से छेड़छाड़ का यह मामला भारत और न्यूजीलैंड के बीच पुणे में बुधवार को दूसरे वनडे से कुछ घंटे पहले सामने आया, जिससे भारतीय क्रिकेट में तूफान उठ खड़ा हुआ। बीसीसीआई ने तुरंत हरकत में आते हुए दूसरे वनडे के दौरान ही क्यूरेटर सलगांवकर को बर्खास्त कर नए क्यूरेटर की नियुक्ति कर दी। एक टीवी चैनल के स्टिंग आपरेशन में सलगांवकर को तेज़ गेंदबाज़ों के हिसाब से पिच तैयार करने के लिए कथित रूप से सहमति जताते हुए दिखाया गया था। इस स्टिंग में उन्होंने सट्टेबाज बनकर गए पत्रकार को पिच भी दिखाई, जो बीसीसीआई और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के नियमों का सरासर उल्लंघन है। बीसीसीआई ने इस मामले में सख्त शब्दों में कहा है कि भ्रष्टाचार को कतई बर्दाशत नहीं किया जाएगा और इस मामले में कड़ी कार्रवाई होगी। बीसीसीआई ने क्यूरेटर के खिलाफ कोई आधिकारिक जांच करने से पूर्व ही उन्हें तुरंत प्रभाव से पुणे पिच तथा पिच समिति के सदस्य पद से बर्खास्त कर दिया। बीसीसीआई की ओर से जारी बयान के अनुसार मीडिया में एमसीए पिच क्यूरेटर सलगांवकर के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद एमसीए ने क्यूरेटर को तुरंत प्रभाव से उनके पद से बर्खास्त कर दिया।

मैच पर संकट ऐसे हुआ दूर

पांडुरंग को हटाने के बाद बुधवार को ही भारतीय बोर्ड ने साथ ही तुरंत प्रभाव से रमेश महामुनकर को नया क्यूरेटर नियुक्त कर दिया, जिन्होंने यहां बुधवार को भारत और न्यूजीलैंड के बीच दूसरे वनडे में सेंटर पिच को खेलने के लिए सुनिश्चित किया। मैच से पूर्व आईसीसी के मैच रैफरी क्रिस ब्रॉड ने भी पिच की समीक्षा की और इसी पिच को खेलने के लिए उपयुक्त करार दिया। इससे पहले सुबह ही भारतीय क्रिकेट बोर्ड के अधिकारी ने यह संकेत दिए थे कि यदि पिच को लेकर किसी तरह का भी संदेह पैदा होता है तो साथ की दूसरी पिच पर मैच कराया जा सकता है, लेकिन नए क्यूरेटर और मैच रैफरी की सहमति के बाद सेंटर पिच पर मैच कराया गया।

ऐसा था स्टिंग

बुधवार को एक टीवी चैनल ने स्टिंग आपरेशन में यह दावा किया कि उसके पत्रकार ने क्यूरेटर से सट्टेबाज के तौर पर मुलाकात की थी और तेज गेंदबाजों के हिसाब से पिच को तैयार करने के लिए मांग की। इस स्टिंग में क्यूरेटर को भी कैमरा पर पिच को तेज गेंदबाजों के हिसाब से तैयार करने की मांग पर सहमति जताते हुए दिखाया गया है। क्यूरेटर ने कहा कि यह पिच बहुत अच्छी है और यहां पर 337 तक के बड़े स्कोर का भी पीछा किया जा सकता है। सलगांवकर को कैमरा पर साफ तौर पर देखा जा सकता है और वह पिच पर चलते हुए भी दिख रहे हैं। उन्होंने पत्रकार से बातचीत में कहा कि इस तरह पिच पर चलना मना है, लेकिन मैंने आपके लिए ऐसा किया। बीसीसीआई के पर्यवेक्षक भी आसपास बैठे हुए हैं।

सीओए सख्त

सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त प्रशासक कमेटी (सीओए) ने भी इस मामले पर संज्ञान लिया है और सीओए प्रमुख विनोद राय ने कहा कि सीओए इस तरह की घटनाओं के सख्त खिलाफ है और इस मामले में विस्तृत जांच की जाएगी। इस मामले को हमने पूरी गंभीरता के साथ लिया है। हम इस मामले को देख रहे हैं और संबंधित अधिकारियों से भी हमने इस बारे में बात की है। हमने अधिकारियों से इस मामले में विस्तृत जांच रिपोर्ट देने के लिए भी कहा है।