शिमला— निर्वाचन विभाग के प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि रिटर्निंग अधिकारियों के लिए ऑनलाइन निर्णय लेने में सहायक व्यवस्था आरओनेट विधानसभा चुनाव-2017 के दौरान पूरी तरह प्रयोग में लाया जाएगा और यह व्यवस्था प्रयोग करने वाला हिमाचल पहला राज्य बनेगा। आरओनेट व्यवस्था का नई दिल्ली में मुख्य निर्वाचन आयुक्त एके ज्योति ने निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत और सुनील अरोड़ा की उपस्थिति में विधिवत तौर पर शुभारंभ किया। इससे पूर्व आरओनेट का पायलट आधार पर प्रायोगिक उपयोग पंजाब चुनाव के दौरान किया गया और यह पहली बार है कि इसे हिमाचल में चुनाव के दौरान प्रयोग में लाया जाएगा। आरओनेट से चुनाव प्रक्रिया में जुड़ी श्रमशक्ति को पहली बार पारिश्रमिक अदायगी करने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। इस कार्य के लिए आरओनेट को ई-कोष से जोड़ा जा चुका है। आरओनेट ऐसी विशेष व्यवस्था है, जिससे मुख्य निर्वाचन अधिकारी, जिला निर्वाचन और रिटर्निंग अधिकारी को आवश्यक सूचनाएं उपलब्ध होती हैं, ताकि चुनाव प्रक्रिया के दौरान समयबद्ध और कुशल तरीके से उपयुक्त निर्णय लिए जा सकें। यह मुख्य निर्वाचन अधिकारी, जिला निर्वाचन अधिकारी और रिटर्निंग अधिकारियों को चुनावी ड्यूटी में तैनात कर्मी ईवीएम, वीवीपेट तथा चुनाव से जुड़ी दूसरी जानकारियां भी निरंतर उपलब्ध करवाता रहेगा। चुनाव के दौरान रिटर्निंग अधिकारी पोलिंग पार्टी से चुनाव सामग्री के बारे में ईवीएम तथा वीवीपेट, डाक मतपत्र तथा पूर्व मतदान प्रबंधों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। दूसरी ओर पोलिंग पार्टी भी चुनाव प्रबंधों तथा दूसरी जानकारियों को मोबाइल ऐप के माध्यम से रिटर्निंग अधिकारियों तक पहुंचा सकेंगे। इसके अलावा पीठासीन अधिकारी ईवीएम तथा वीवीपेट के खराब होने की जानकारी भी मोबाइल ऐप से संबंधित रिटर्निंग अधिकारी को दे सकेंगे।