एम्स के लिए घर से पैसे नहीं दे रहे प्रधानमंत्री मोदी

श्रेय लेने की होड़ में लगी भाजपा पर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का तंज, एम्स को बताया हिमाचल सरकार की देन

कुल्लू— मुख्यमंत्री वीरभद्र सिं ह ने शुक्रवार को कहा कि बिलासपुर में हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस एम्स का शिलान्यास किया है, वह प्रदेश कांग्रेस सरकार की देन है। कांग्रेस सरकार ने एम्स बनाने के लिए मुफ्त जमीन दी है। भाजपा कहती है कि यह सरकारी जमीन है, न की वीरभद्र सिंह की। अगर ऐसा है और केंद्र की भाजपा सरकार एम्स बना रही है तो यह भी सरकारी पैसा खर्च हो रहा है, न कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी जेब से पैसा खर्च कर रहे हैं। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने दशहरा उत्सव के समापन पर ऐतिहासिक लाल चंद प्रार्थी कला केंद्र में भाजपा पर कई चुटीले तंज कसे। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा प्रदेश सरकार के विकास से सदमे में है और विकास कार्यों की निंदा कर रही है। कांग्रेस सरकार जब-जब प्रदेश में आई है, अथाह विकास किया है। छठी बार जब उन्होंने प्रदेश की बागडोर संभाली थी तो उन्होंने विकास कार्यों की पहले ही रूपरेखा तैयार कर रखी थी। इस कार्यकाल में उन्होंने देवभूमि हिमाचल में अथाह विकास कर इतिहास रचा है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उसका काम मतभेद को बढ़ाना ही है। भाजपा भेदभाव, क्षेत्रवाद, जातिवाद के आधार पर कार्य करती है, लेकिन कांग्रेस सरकार हिमाचल में एकता का सूत्रपात करती है और सब को साथ लेकर विकास कार्य करने में सफल होती है। विपक्ष उन्हें बार-बार कहता है कि वीरभद्र सिंह स्कूल खोल रहे हैं, लेकिन स्टाफ का कोई प्रावधान नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार जब सता में आती है तो स्कूल बंद किए जाते हैं, लेकिन जब कांग्रेस की सरकार आती है तो प्रदेश के गांव व शहर में शिक्षा को मद्देनजर रखते हुए स्कूल खोलती है। सरकार ने पूरे प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में 136 डिग्री कालेज खोले हैं, जिनका ज्यादातर लाभ गांव की बेटियों को हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह किसी को बुरा नहीं कहते हैं और प्रेम भावनाओं को बढ़ाना उनका मकसद रहता है। उन्होंने जनता से आग्रह किया कि वह जातिवाद और क्षेत्रवाद को बढ़ावा देने वाली भाजपा को जड़ से उखाड़ फेंके और कांग्रेस के साथ जुड़ी रही, ताकि हर जाति-वर्ग को सम्मानता का अधिकार प्राप्त हो सके।

इस बार महेश्वर सिंह पर टिप्पणी नहीं : यह पहली बार हुआ है कि दशहरे के दौरान मुख्यमंत्री ने कुल्लू के विधायक महेश्वर सिंह पर किसी भी तरह की कोई टिप्पणी नहीं की, जबकि दशहरे के समापन पर मुख्यमंत्री हमेशा से ही यहां महेश्वर सिंह पर जरूर निशाना साध कर ही लौटते थे।