कांग्रेस की लिस्ट अटकी

नामांकन दाखिल करने को एक दिन शेष, नहीं खुली नौ टिकटों पर उलझी गांठ

शिमला —  प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए नामांकन दाखिल करने के लिए एक दिन शेष बचा है। बावजूद इसके कांग्रेस परिवारवाद के फेर में उलझे कुछ टिकटों सहित नौ टिकटों का मसला शनिवार देर रात तक फाइनल नहीं कर पाई। पार्टी में इसे लेकर गहरी फूट दिखती रही। उधर, जीवन के 90 वसंत देख चुकी विद्या स्टोक्स अब बीमार पड़ने के कारण चुनाव न लड़ने का ऐलान कर चुकी है। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा ठियोग से नाम वापस लेने के बाद विद्या स्टोक्स को यहां से चुनाव लड़ने के लिए मनाया जा रहा था, लेकिन अचानक अस्पताल में भर्ती हुई विद्या स्टोक्स का अब फिर विचार बदल गया है। उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व से चुनाव न लड़ने की बात कही है। इसकी पुष्टि ‘दिव्य हिमाचल’ से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने की है। अब उनके स्थान पर ठियोग से राजेंद्र वर्मा या फिर पूर्व लोक निर्माण मंत्री स्व. जय बिहारी लाल खाची के पुत्र विजय पाल खाची चुनाव में उतर सकते हैं। खबर लिखे जाने तक कांग्रेस ने अभी भी ठियोग समेत नौ अन्य चुनाव क्षेत्रों से प्रत्याशियों के नाम फाइनल नहीं किए थे। पार्टी में परिवारवाद के नाम पर गहरी फूट देखने को मिल रही है। पार्टी के कई नेता नहीं चाहते कि मंडी व शिमला ग्रामीण में नेता के पुत्र व पुत्री को एक साथ टिकट दिए जाएं। यही वजह रही कि पार्टी हाइकमान ने टिकट देर रात तक लटकाए रखे। सूत्रों के मुताबिक पालमपुर से मौजूदा विधायक बीबीएल बुटेल के पुत्र आशीष बुटेल मैदान में उतर सकते हैं। पार्टी हाइकमान उनके नाम पर भी रजामंद बताई जा रही है। हालांकि काफी देर तक बीबीएल बुटेल को ही चुनाव लड़ने के लिए मनाया जाता रहा। मंडी सदर से कौल सिंह ठाकुर की बेटी चंपा ठाकुर, जिन्होंने शनिवार को अपना नामांकन दाखिल कर दिया है, उनका टिकट भी परिवारवाद के नाम पर लटका रहा। शाहपुर से मेजर विजय सिंह मनकोटिया की पैरवी में कांग्रेस के ही कई दिग्गज नेता अंदरखाते जुटे रहे, जबकि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह अपने सिपहसालार केवल सिंह पठानिया की वकालत करते रहे। कुल्लू से भुवनेश्वर गौड़ का नाम लगभग फाइनल बताया जा रहा है। वह पूर्व मंत्री स्व. राजकिशन गौड़ के पुत्र है। इसी तरह मनाली से हरिचंद शर्मा, सरकाघाट से विजय ठाकुर का नाम लगभग तय बताया जा रहा है। हालांकि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने यहां से युवा कांग्रेस के नेता यदुपति ठाकुर का भी नाम लिया है। इस क्षेत्र से अरसे तक गुज्जर नेता व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रंगीला राम राव चुनाव जीतते रहे हैं, लेकिन पिछले चुनाव में वह हार गए थे। अब फिर से उनके चुनाव लड़ने की सूचना है। हालांकि वह निर्दलीय चुनाव में उतरेंगे। उधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि शेष टिकटों पर फैसला हो चुका है। इनका ऐलान किया जाना है।