खाना बर्बाद न करें, चावल से निकलती है मीथेन गैस

नई दिल्ली— खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने खाना के नष्ट होने पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए सोमवार को कहा कि तैयार भोजन को बर्बाद करने से पर्यावरण प्रदूषण भी होता है। श्रीमती बादल ने कहा कि पके हुए चावल को फेंकने से मिथेन गैस निकलती है जो पर्यावरण के लिए बहुत हानिकारक है। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में इतना खाना नष्ट होता है जिससे चीन की आश्यकता को पूरा किया जा सकता है। उन्होंने लोगों से खाना नष्ट नहीं करने की शपथ लेने का आग्रह करते हुए कहा कि खाना की बर्बादी को रोकने के लिए सामाजिक जागरूकता बहुत जरूरी है। केवल कानून बनाकर सामाजिक बुराइयों को नहीं रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि कानून को लागू करना भी कठिन कार्य है। उल्लेखनीय है कि देश में केवल दस प्रतिशत खाद्यान्न तथा फलों एवं सब्जियों का प्रसंस्करण किया जाता है। आधारभूत सविधाओं के अभाव में सालाना एक लाख करोड़ रुपए से अधिक की खाद्यान्न तथा फल एवं सब्जियां तथा कुछ जल्दी खराब होने वाली वस्तुएं नष्ट हो जाती है।

खाद्य प्रसंस्करण में निवेश के अवसर

नई दिल्ली — भारत में जापान के राजदूत केंजी हीरामात्सु ने सोमवार को कहा कि यहां खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के क्षेत्र में निवेश के अवसर हैं और अन्य देशों की कंपनियों को इसका लाभ उठाना चाहिए। श्री हीरामात्सु ने वर्ल्ड फूड इंडिया 2017 की जानकारी देने के लिए आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि जापान की 1200 से अधिक कंपनियों ने यहां 4.7 अरब डालर का निवेश किया हुआ है और दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध काफी अच्छे हैं। कई कंपनियां यहां निवेश के अवसर देख रही हैं। जापान की 25 कंपनियां वर्ल्ड फूड इंडिया में भाग लेंगी।