खुद ही हंसी का पात्र बन बैठे पंडित सुखराम

धर्मशाला – कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने पंडित सुखराम पर पलटवार करते हुए कहा है कि कांग्रेस के पास बैंकों की कमी नहीं है, जो बैंक ऑफ सुखराम में पैसा रखते। पंडित सुखराम बूढ़े हो गए हैं और उनकी यादाश्त भी खोने लगी है। यह मामला तो कई दशकों से चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुखराम सीताराम केसरी और उन पर पैसा रखने के आरोप लगाकर स्वयं ही हंसी के पात्र बन रहे हैं, जबकि कांग्रेस का ऐसा इतिहास नहीं है। कांग्रेस आजादी के बाद से देश में शासन कर रही है।  शनिवार को धर्मशाला में कांग्रेस प्रत्याशी सुधीर शर्मा का नामंकन भरवाने के बाद वीरभद्र सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने अर्की विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का मन इसलिए बनाया, क्योंकि कांग्रेस उस सीट को लगातार हार रही थी। मौजूदा दौर में कांग्रेस पार्टी के लिए एक-एक सीट महत्त्वपूर्ण है, ऐसे में वह अर्की से चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस हर हाल में हिमाचल से रिपीट कर देश को संदेश देगी। हिमाचल की गिनती अब छोटे राज्यों में नहीं, बल्कि उन राज्यों में होती है, जो बड़े एवं विकासशील राज्य हैं। उन्होंने कहा कि वह एक ही स्थान से चुनाव लड़ेंगे और कांग्रेस फिर से सत्ता में आएगी। जेपी नडड्डा के बयान पर वीरभद्र सिंह ने कहा कि जब लोग नई जिम्मेदारी लेकर आते हैं तो वह कई किस्म की बातें करते हैं, जिसकी वह परवाह नहीं करते।