टिकटों पर नहीं मिटी भाजपा की उलझन

नयनादेवी में विधानसभा चुनाव के दावेदार तय करने पर बैठक में नहीं बन पाई सहमति

नयनादेवी— विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की मां नयना के दरबार में टिकटों पर सहमति बनाने की रणनीति सिरे नहीं चढ़ पाई। हालांकि चुनाव समिति के गठन के बाद पहली बार आयोजित की गई इस मीटिंग में टिकटों पर गहन मंत्रणा तो की गई और सभी सोलह सदस्यीय कमेटी ने एक सीट पर ज्यादा दावेदारों पर सहमति बनाने का प्रयास भी किया, लेकिन लगभग साढ़े चार घंटे तक चली इस लंबी मीटिंग में कई टिकटों का फंसा पेंच सुलझता नजर नहीं आया। ऐसे हालात में अब अगले सप्ताह फिर चुनाव समिति की बैठक बुलाई गई है। बेशक, बाहर आकर केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा-सांसद अनुराग ठाकुर मां के दर हाजिरी भरने के बाद एक ही वाहन में दिल्ली के लिए रवाना हुए, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और शांता कुमार की बंद कमरे में प्रदेश प्रभारी मंगल पांडे संग करीब आधा घंटा बैठक भी हुई, लेकिन मां के दरबार में भी टिकटों का फैसला न होने के चलते अब सभी की नजर दिल्ली दरबार पर टिक गई है। खास बात यह है कि मीटिंग का स्थान बदलने के बाद भी चंबा से लेकर रोहडू तक टिकट के तलबगार नयनादेवी पहुंचे। मीटिंग के बाद मीडिया से मुखातिब पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने सिर्फ इतना कहा कि अगले सप्ताह फिर बैठक रखी गई है और उसमें टिकटों पर सहमति बनाकर अंतिम रूप देने का प्रयास किया जाएगा। मीटिंग में चुनाव को लेकर चर्चा के साथ ही प्रदेश भर से आए फीडबैक के आधार पर टिकटार्थियों के नामों पर चर्चा की गई। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश भर से नेताओं के माध्यम से आवेदन बड़ी संख्या में आए हैं और भाजपा द्वारा अलग-अलग सर्वेक्षणों के आधार पर बेस्ट परफार्मेंस वाले नेताओं को मैदान में उतारा जाएगा। सत्ती के अनुसार अब अगले सप्ताह फिर बैठेंगे और टिकटों पर सहमति बनाई जाएगी। इसके बाद दिल्ली में चर्चा के बाद टिकटों पर फैसला किया जाएगा। महिलाओं की चुनाव में भागीदारी के सवाल पर उन्होंने साफ किया कि युवा, महिला और बड़े नेताओं सभी को बराबर अधिमान दिया जाएगा। पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह के बेटे पर लगे कांग्रेस के आरोपों पर सत्ती ने कहा कि चोर को चोर ही नजर आते हैं। कांग्रेस की नियति अभी भी वैसी है जैसे पहले थी, अब तो लोगों के घरों के अंदर भी झांकना शुरू कर दिया है। बैठक में चुनाव समिति के पदाधिकारियों में शुमार पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल, सांसद शांता कुमार, केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा, सांसद अनुराग ठाकुर, वीरेंद्र कश्यप, राम स्वरूप शर्मा, प्रदेश संगठन मंत्री पवन राणा, विधायक जयराम ठाकुर, रणधीर शर्मा, राजीव बिंदल, कृपाल परमार, विपिन परमार, महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष इंदु गोस्वामी, चंद्रमोहन ठाकुर और राम सिंह ने भाग लिया। इस दौरान प्रदेश प्रभारी मंगल पांडे भी मौजूद रहे। सीएम उम्मीदवार पर पूछेंगे, तभी बोलेेंगेः भाजपा के मुख्यमंत्री उम्मीदवार के चेहरे को लेकर किए गए एक सवाल के जवाब में सतपाल सत्ती ने कहा कि यदि केंद्रीय हाइकमान इस बाबत पूछेगी तो जवाब देंगे, अन्यथा हाइकमान ही उम्मीदवार पर फैसला लेगी। टिकट न मिलने पर बगावत के सवाल पर सत्ती ने साफ किया कि ऐसा करने वालों की यह बगावत अंतिम होगी, क्योंकि उन्हें सीधे बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। इस बार चुनाव में पार्टी बगावती तेवरों पर पैनी निगाह रखेगी और किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा।