टिकट के लिए पूर्व सैनिकों की अनदेखी

पालमपुर — मुख्य राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस की ओर से चुनावों में अवकाश प्राप्त सैनिकों, जिनमें पैरामिलिट्री के पूर्व सैनिक भी शामिल हैं, को पूर्णतया प्रत्याशी के रूप में नजरअंदाज करना व टिकट आबंटन में अनदेखी करना वीर सैनिकों का अपमान है। प्रदेश में 25 फीसदी पूर्व सैनिक मुख्य राजनीतिक दलों की नजरअंदाजी पर खासे रुष्ट हैं। यह बात पूर्व सैनिक लीग के अध्यक्ष सीडी सिंह गुलेरिया ने कही। उन्होंने कहा कि मुख्य राजनीतिक दल आज तक सैनिक समुदाय को मात्र वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करते आए हैं। इन्हें सत्ता में भागीदारी उनकी संख्या के आधार पर न देना इस श्रेणी का अपमान है। राजनीतिक दलों द्वारा बनाए गए सैन्य संगठनों के प्रकोष्ठ नेताओं पर प्रहार करते हुए कहा कि ऐसे प्रकोष्ठों का क्या महत्त्व है, जो सैनिक देश की खातिर गोली खाने से परहेज नहीं करते हैं, क्या वे लोकतंत्र की प्रणाली के अयोग्य हैं। श्री गुलेरिया ने कहा कि यदि विस व लोकसभा में सैन्य परिवारों के नुमाइंदे नहीं होंगे, तो हमारी बात उचित मंच पर नहीं पहुंच सकती।