ठियोग से खुद उतरीं स्टोक्स

कांग्रेस कार्यकर्ताओं में बढ़ती गुटबाजी पाटने को संभाला मोर्चा

ठियोग — तमाम अटकलों व कयासों को दरकिनार करते हुए 90 वर्षीय विद्या स्टोक्स ने सोमवार को फिर से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में नामांकन भरकर सभी को हैरत में डाल दिया। कांग्रेस हाईकमान ने यहां से दीपक राठौर को टिकट थमाया था, जबकि विद्या स्टोक्स चाहती थी कि जेबीएल खाची के पुत्र विजयपाल खाची को टिकट मिले। दिलचस्प यह भी कि राहुल गांधी की च्वाइस दीपक राठौर ने भी सोमवार को ही नामांकन दाखिल किया है। उन्हें टिकट देने के विवाद के चलते कुमारसेन-ठियोग चुनाव क्षेत्र में कांग्रेस के अंदर गुटबाजी लगातार बढ़ रही थी। इसी के चलते सोमवार को विद्या स्टोक्स ने खुद नामांकन दाखिल किया, जबकि दीपक राठौर को कवरिंग कंडीडेट बनाया गया। बाकायदा कांग्रेस आलाकमान की सहमति से विद्या स्टोक्स चुनाव मैदान में उतरी है, जिससे इस क्षेत्र में मुकाबला अब रोचक हो गया है। रविवार शाम को कांग्रेस की अंतिम सूची में पार्टी हाईकमान ने ठियोग से दीपक राठौर को कांग्रेस का टिकट फाइनल कर दिया गया था, लेकिन सोमवार दोपहर बाद कांग्रेस की वरिष्ठ नेता व कैबिनेट मंत्री विद्या स्टोक्स भी नामांकन पत्र दाखिल करने पहुंच गई और उन्होंने भी ठियोग विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर नामांकन दाखिल कर दिया है। हालांकि इस बात का दीपक राठौर के समर्थकों ने विरोध भी किया और कोर्ट परिसर से बाहर निकलने के बाद प्रेमघाट में कुछ समय के लिए नारेबाजी भी की, लेकिन सबसे बड़ी बात ये है कि दोनों ही उम्मीदवारों के पास पार्टी के प्रदेश प्रभारी सुशील कुमार शिंदे तथा प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के आधिकारिक पत्र हैं। माना ये जा रहा है कि दीपक राठौर को उम्मीदवार बनाए जाने से विद्या स्टोक्स नाराज चल रही थी।