दुनिया के लिए नहीं छोड़ सकती हूं लाइफस्टाइल

न मिलने की गुफा है; न सोने की, मेरा जीवन खुली किताब

मुंबई— खुद को देवी बताने वालीं राधे मां ने एक इंटरव्यू में अपने ऊपर लग रहे सभी आरोपों का जवाब दिया। फर्जी बाबाओं की लिस्ट में नाम, बिजनेस और चोरी के अलावा भी राधे मां ने कई बातें की। उन्होंने कहा कि राधे मां को मिलने के लिए कोई अलग गुफा नहीं है, न ही सोने के लिए कोई अलग-सी गुफा है। राधे मां ने कहा कि उनका जीवन एक खुली किताब की तरह है। उन्होेंने कहा कि मैं फक्कड़ हूं, लेकिन दुनिया के खातिर अपनी लाइफस्टाइल नहीं छोड़ सकती हूं। मैंने हमेशा लोगों का भला करने का सोचा है। राधे मां ने कहा कि उनकी शादी 17 साल की उम्र में हुई थी और चार साल बाद उनके पति दो बच्चों और उन्हें छोड़कर विदेश चले गए। ऐसे वक्त में उन्होंने गलत रास्ते पर जाने के बजाय भगवान की शरण में जाना उचित समझा और फिर भक्ति में लीन हो गईर्ं। दहेज मामले को लेकर लगे आरोपों के जवाब में राधे मां ने कहा कि उनके ऊपर सभी आरोप बेबुनियाद हैं। इस मामले में उन्हें केवल बदनाम करने के लिए इस्तेमाल किया गया। उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर जो आरोप लगे थे उससे मैं आहत थी। आरोपों की वजह से मैं सदमे में थी। आपके ऊपर आरोप लग जाए कि आपने चोरी की है। मेरे लिए तो चोरी मर्डर करने के बराबर है। ऐसे आरोपों से मर्द मर जाए, मैं तो औरत हूं। कई बार आरोपों से आहत होकर मैंने अपनी जिंदगी खत्म करने की कोशिश की। अपने बेटे से कहती हूं कि मुझे जहर लाकर दे दो। अखाड़ा परिषद की फर्जी लिस्ट पर ऊपर वाला देख रहा है, मैं किसी को कुछ नहीं कहूंगी, मैं जो जेवरात पहनती हूं वे मेरे बेटे ने दिए हैं, जिस घर में रहती हूं वह मेरे बेटे का है। अगर बेटे ने भी मुंह फेर लिया तो फिर मैं जंगल चली जाऊंगी।