परिवारवाद की राजनीति से धड़ों में बंटी कांग्रेस

शिमला  – कांग्रेस पार्टी विधानसभा चुनाव से पहले ही हार मान चुकी है और पार्टी में हार के डर से जबरदस्त बौखलाहट है। यहां तक कि नामांकन पत्र भरने का अब एक दिन बाकी बचा है, लेकिन कांग्रेस नौ सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम तय नहीं कर पा रही है। ये शब्द प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कहे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक ओर परिवारवाद की राजनीति के कारण धड़ों में बंट चुकी है, दूसरी ओर पांच सालों में हर मोर्चे पर नाकाम साबित हुई वीरभद्र सिंह सरकार के पास चुनाव में उतरने के लिए एजेंडा बाकी नहीं है। वहीं श्री सत्ती ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम द्वारा मुख्यमंत्री वीरभद्र के बारे में किए गए खुलासे पर कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि राजनीतिक गरिमा को ताक पर रखकर की गई राजनीति पर वीरभद्र सिंह खुद को नैतिकता का मसीहा बताते रहे हैं। सुखराम द्वारा अनेकों खुलासे इस बात को और पुख्ता करते हैं कि वीरभद्र ने बहुत से हिमाचली नेताओं को किसी न किसी साजिश के तहत अपने राजनीतिक हितों को साधने के लिए हाशिए पर धकेला है।