बजोल के लिए सपना बनी सड़क

भरमौर —  डेढ़ दशक से सड़क सुविधा के लिए तरस रही ग्राम पंचायत बजोल के बाशिंदों के धरने-प्रदर्शनों का भी सरकार पर कोई असर नहीं हुआ। भाजपा कार्यकाल में से लटके सड़क निर्माण के कार्य को कांग्रेस सरकार ने भी कुछ खास तवज्जो नहीं दी। नतीजतन लंबे समय से सडक सुविधा मुहैया करवाने की मांग उठा रही बजोल पंचायत के लिए राहत नहीं मिल पाई है। हालात यह है कि ग्रामीण आज भी रोजमर्रा की वस्तुओं को पीठ पर उठाकर ले जाने को मजबूर है। वहीं पंचायत सडक सुविधा मुहैया करवाने की मांग कई दफा विभिन्न मंचों से उठा चुकी है, लेकिन जमीनी स्तर पर कार्य आरंभ ही नहीं हो पाया है। जानकारी के अनुसार भाजपा कार्यकाल में बजोल पंचायत को सड़क सुविधा से जोडने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत कार्य आरंभ हुआ था। उस दौरान सड़क का कुछ काम होने के बाद अचानक ठेकेदार ने कार्य को बीच में ही छोड़ दिया। इसके बाद इस सडक का कार्य आरंभ करवाने में लोक निर्माण विभाग पूरी तरह से नाकाम रहा है। वहीं कांग्रेस कार्यकाल में बजोल को सड़क सुविधा से जोड़ने के लिए टेंडर प्रक्रिया नए सिरे से संपन्न करवा इस कार्य भी अलॉट करवा दिया गया है। लेकिन अभी तक कार्य यहां पर शुरू नहीं हो पाया है। रोचक है कि सड़क का निर्माण कार्य आरंभ करने की मांग को लेकर बजोल पंचायत के ग्रामीणों ने न्याग्रां में धरना-प्रदर्शन भी किया था और प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य भी बंद करवा दिया था। उस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में मामला सुलझा और जल्द सडक निर्माण कार्य आरंभ होने की बातें कही गई थी। बावजूद इसके सड़क का कार्य नहीं हो पाया है। जिसके बाद बजोल पंचायत की ओर से होली स्थित लोक निर्माण विभाग के उपमंडल कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन भी किया था, लेकिन ग्रामीणों का यह धरना-प्रदर्शन भी किसी काम नहीं आया। चूंकि अभी तक भी सडक का कार्य आरंभ नहीं हो पाया है। वहीं लोक निर्माण विभाग का कहना है कि सडक निर्माण हेतु टेंडर प्रक्रिया पूरी कर कार्य भी अॅवार्ड हो चुका हैं, लेकिन ठेकेदार की ओर से कार्य शुरू नहीं किया गया है। विभाग का कहना है कि पूर्व में कई मर्तबा ठेकेदार को कार्य शुरू करने के बावत निर्देश दिए जा चुके हैं।