बागियों को मनाने की कसरत तेज

शिमला – टिकटों की घोषणा के बाद कांग्रेस को कई सीटों पर अपनों से ही परेशानियां हैं। ये अपने चुनाव में कांग्रेस के ही प्रत्याशियों को पटखनी दे सकते हैं और मौजूदा सियासती दौर में ऐसा हुआ तो कांग्रेस को बड़ा नुकसान होगा। कांग्रेस में धड़ेबाजी किसी से छिपी नहीं है, जो कि चुनाव में भी नुकसान कर सकती है, ऐसे में बड़े नेताओं को साफ कहा गया है कि वे अपने लोगों पर लगाम लगाएं और धड़ेबाजी के कारण चुनाव में नुकसान न हो इसे सुनिश्चित करें। सूत्रों के अनुसार हाइकमान का फरमान सुनने के बाद न केवल मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, जिनके ऊपर बड़ी जिम्मेदारी है इस काम में लगे हैं, वहीं सुक्खू भी अपने स्तर पर जुटे हुए हैं। यहां बता दें कि जिन क्षेत्रों में ये धड़ेबाजी है और टिकट किसी एक गुट के नेता को ही मिल सका है, वहां दूसरा गुट पार्टी को नुकसान न पहुंचाए, इस राजनीति को रोकने की कवायद चल रही है। जल्द ही पार्टी के प्रभारी सुशील कुमार शिंदे यहां आएंगे, जिनसे पहले यहां वीरभद्र सिंह ऐसे रूठे हुए लोगों को मनाने में जुटे हैं। श्री शिंदे के आने के बाद सभी विधानसभा क्षेत्रों में हो रही अंदरूनी लड़ाई का जायजा लिया जाएगा, जिसके बाद रूठे हुए नेताओं को वह खुद नसीहत देंगे। ऐसा कांग्रेस में पहली दफा देखने को मिल रहा है। इससे पहले कोई किसी की परवाह नहीं करता था, जिसका नुकसान चुनाव में उठाना पड़ता था, लेकिन इस दफा ऐसा होता है तो बाद में पार्टी को बड़ा नुकसान होगा। उसके मिशन रिपीट पर अपने ही लगाम लगा दें, ऐसा इस दफा ये लोग नहीं चाहते। सूत्र बताते हैं कि इसे लेकर कुछ विधानसभा क्षेत्रों के लोगों से मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने बातचीत की है। उनसे कहा गया है कि टिकट मिलने के बाद पार्टी द्वारा चुने गए उम्मीदवार का समर्थन करें, ताकि सीट जीती जा सके। ऐसी अंदरूनी लड़ाई कांगे्रस में लगभग सभी विधानसभा क्षेत्रों में है। बताया यह भी जा रहा है कि जहां-जहां पर लड़ाई है, उसकी रिपोर्ट जुटाने के लिए कांग्रेस के कुछ अग्रणी संगठन लगे हुए हैं, जो कि समय रहते अपनी रिपोर्ट आला नेताओं को दे रहे हैं, जिससे वहां के नाराज लोगों को मनाया जा सके। सभी जिलों में ऐसे लोगों की ड्यूटियां पार्टी प्रभारी द्वारा लगाई गई हैं, जो कि हिमाचल आने पर रिपोर्ट लेंगे। उनके साथ वीरभद्र सिंह व सुखविंदर सुक्खू से भी बातचीत कर रूठे लोगों को मनाने पर उनके द्वारा किए गए प्रयासों की चर्चा होगी।