भारत विरोधी भावनाएं भड़का सकते हैं कुछ दल

नई दिल्ली— नेपाली राजदूत दीपकुमार उपाध्याय ने मंगलवार को कहा कि भारत के साथ नेपाल के संबंध विशिष्ट हैं, लेकिन कुछ दल आगामी चुनाव में राजनीतिक लाभ के लिए भारत विरोधी भावनाएं भड़का सकते हैं। राजनीति में शामिल होने के लिए हाल में पद से इस्तीफा देने वाले उपाध्याय ने कहा कि नेपाल चीन के जरिये परिवहन संपर्क बनाना और विकास परियोजनाओं के लिए चीनी धन का इस्तेमाल करना चाहेगा। हालांकि उन्होंने कहा कि भारत की भूमिका अब भी महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि दोनों देश भूगोल और इतिहास से बंधे हुए हैं। उपाध्याय ने इस महीने की शुरुआत में इस्तीफा दे दिया था, लेकिन वह नेपाल की मंत्री परिषद द्वारा स्वीकार किए जाने के बाद ही प्रभाव में आएगा। नेपाली राजदूत ने यहां एक कार्यक्त्रम यह भी कहा कि किसी भी राजनीतिक दल के लिए आगामी चुनाव में बहुमत हासिल करना मुश्किल होगा और नेपाल को गठबंधन संस्कृति पर निर्भर रहना होगा। उन्होंने कहा कि संभव है कि चुनाव प्रचार के दौरान कुछ दल भारत-नेपाल संबंधों को उठाकर अपने राजनीतिक अजेंडे को बढ़ाना चाहें।