लोगों के कहने पर हटेंगी शराब की दुकानें

दिल्ली सरकार ने कहा, अब वोटिंग कर जनता लेगी फैसला

नई दिल्ली— दिल्ली सरकार ने फैसला किया है कि किसी इलाके में शराब की दुकान रहे या नहीं, इसका फैसला वहां की जनता करेगी। दिल्ली सरकार ने कहा है कि अगर किसी इलाके खासकर आवासीय क्षेत्र में किसी शराब की दुकान से वहां के लोगों को परेशानी होती है तो वहां के लोग दुकान बंद कराने के लिए वोटिंग कर सकते हैं। अगर किसी आवासीय क्षेत्र में स्थित शराब की दुकान से वहां के लोगों को कोई दिक्कत होती है तो वे अपने संबंधित विधायक या जिला प्रशासन से मिलकर ऐसी शराब की दुकानों की शिकायत कर सकते हैं। इसके बाद विधायक प्रशासन के सहयोग से इलाके के लोगों या रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के साथ मिलकर बैठक करेंगे और उसमें वोटिंग के जरिए संबंधित शराब की दुकान के भविष्य को लेकर फैसला किया जाएगा। एक बार वोटिंग की प्रक्रिया और सुनवाई पूरी हो जाएगी तो स्थानीय पुलिस और आबकारी विभाग उस दुकान के बंद होने के लेकर रिपोर्ट सबमिट करेंगे। शराब की दुकानों को बंद करने का यह तरीका लागू भी हो चुका है। रोहिणी के सेक्टर 16 और 17 में स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद शराब की दो दुकानों को बंद करने की प्रक्रिया चल रही है। वहां के लोगों ने स्थानीय विधायक महेंदर गोयल से शराब की दो दुकानों के खिलाफ शिकायत दी थी। स्थानीय लोगों का आरोप था कि इन दुकानों की वजह से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शिकायत के बाद विधायक ने स्थानीय लोगों, प्रशासन और संबंधित पक्षों की बैठक बुलाई। बैठक में स्थानीय लोगों ने शराब की दुकान बंद करने के पक्ष में वोटिंग की। अब स्थानीय एसएचओ और आबकारी विभाग एसडीएम को इन दोनों शराब की दुकानों को बंद करने संबंधी रिपोर्ट सबमिट करेंगे।