संयम से सुलझाएं रोहिंग्या मुद्दा

भारत की म्यांमार को नसीहत, लोगों के हित का रखें ध्यान

नई दिल्ली – बांग्लादेश की यात्रा पर गईं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा है कि म्यांमार के रखाइन में हिंसा की वारदात से भारत चिंतित है। हमने यह अनुरोध किया है कि हालात को संयम के साथ सुलझाया जाए, साथ ही लोगों के हित को ध्यान में रखा जाए। माना जा रहा है कि रोहिंग्या शरणार्थियों के मुद्दे पर बांग्लादेश को संतुष्ट करने के इरादे से सुषमा ने यह बयान दिया है। बौद्ध बहुल देश म्यांमार के रखाइन इलाके में सेना की कार्रवाई के बाद रोहिंग्यों ने बांग्लादेश में शरण ले रखी है। शरणार्थियों की वापसी के लिए बांग्लादेश चाहता है कि भारत अपने प्रभाव का इस्तेमाल म्यांमार पर करे। रखाइन के मसले पर सुषमा स्वराज ने रविवार को कहा कि यह साफ है कि सामान्य स्थिति तभी लौटेगी, जब विस्थापित लोग रखाइन लौटेंगे। विदेश मंत्री के तौर पर सुषमा स्वराज की यह दूसरी बांग्लादेश यात्रा है। बांग्लादेश के विदेश मंत्री ने उनका स्वागत किया। वह बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना से भी मिलीं। वहां हुई बातचीत में शेख हसीना की अप्रैल में भारत यात्रा के दौरान हुए फैसलों की रविवार को समीक्षा की गई। तब तीस्ता नदी के जल बंटवारे पर कोई समझौता न होने पर शेख हसीना ने नाखुशी जाहिर की थी। सुषमा ने कहा है कि हमें अटके हुए मुद्दों का खयाल है और हम इसके इसके समाधान पर काम कर रहे हैं।