समसामयिकी

एम्स का शिलान्यास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले कल यानी 3 अक्तूबर को हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में एम्स की नींव रख दी है। उन्होंने इसके अलावा ऊना में आईआईआईटी, कांगड़ा में भारतीय इस्पात प्राधिकरण के प्रोसेसिंग यूनिट की भी नींव रखी। भारतीय इस्पात प्राधिकरण भारत की सर्वाधिक इस्पात उत्पादन करने वाली कंपनी है। यह पूर्णतः एकीकृत लोहे और इस्पात का सामान तैयार करती है। कंपनी में घरेलू निर्माण, इंजीनियरी, बिजली, रेलवे, मोटरगाड़ी और सुरक्षा उद्योगों तथा निर्यात बाजार में बिक्री के लिए मूल तथा विशेष, दोनों तरह के इस्पात तैयार किए जाते हैं। यह भारत सरकार का पूर्ण-स्वामित्व प्राधिकरण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिलासपुर में रैली को भी संबोधित किया। मोदी ने कहा कि आज मैं आठ मंजिला सभा को संबोधित कर रहा हूं। देश में कृषि क्रांति लाने के लिए बिलासपुर का काफी बड़ा योगदान है। मोदी बोले कि हिमाचल के लोगों ने देश के लिए काफी बलिदान दिया है। रैली में पीएम मोदी ने कहा कि आज एक ही कार्यक्रम में 1500 करोड़ रुपए के काम की शुरुआत की गई है। हिमाचल में एम्स का बनना सिर्फ यहां का लाभ ही नहीं बल्कि यहां आने वाले टूरिस्टों को भी लाभ ही मिलेगा। मोदी ने कहा कि 3 दिन पहले सर्जिकल स्ट्राइक की सालगिरह हुई, मीडिया ने इसका जश्न मनाया उसके लिए उन्हें बधाई देना चाहता हूं। देशभर में इस प्रकार की भावना होना जरूरी है। सर्जिकल स्ट्राइक कर सेना ने दिखाया कि हम भी कम नहीं हैं। आज सेना का मनोबल बढ़ा हुआ है, ऐसा कई साल बाद हुआ है। हिमाचल में हर गांव में फौजी रहते हैं। पीएम ने कहा कि यहां पर फेफड़े और सांस की बीमारी एक बड़ी समस्या है। एम्स बनने से उनको काफी फायदा पहुंचेगा। यहां के वीर जवानों को भी इससे लाभ पहुंचेगा। एम्स के कैंपस में एक साथ 3000 लोगों को रोजगार मिलेगा। हमारी सरकार ने टीकाकरण के लिए इंद्रधनुष योजना चलाई, अगर यह योजना दूसरे देश में होती तो तारीफ होती. लेकिन हमारे देश में लोगों को देर से समझ आता है। पीएम ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों, सरकारों, लोगों से आग्रह करता हूं कि दीवाली से पहले इंद्रधनुष योजना के तहत सभी बच्चों को टीकाकरण करवाएं और हमारी मदद करें। मोदी बोले कि एम्स के कारण एक नए युग की शुरुआत होगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल के साथ उनका विशेष नाता है। अगर उन्हें हिमाचल के लिए कुछ करने का मौका मिला तो यह उनका सौभाग्य होगा। हिमाचल में भारी मात्रा में पर्यटक आते हैं, अगर उन्हें एम्स की सुविधा मिले और उनकी अच्छी चिकित्सा हो तो वे यहां बार-बार आना चाहेंगे। उन्होंने कहा कि इस इलाके में एम्स खोलने से लोगों को बहुत फायदा होगा। इस कैंपस में 3000 से ज्यादा लोगों को रोजगार  भी मिलेगा। उन्होंने इन्द्रधनुष योजना की सफलता का भी जिक्र किया।