सुखराम को जनसभा में साथ बिठाएं मोदी

कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कसा तंज, भ्रष्टाचार के अलग-अलग पैमानों पर घेरी भारतीय जनता पार्टी

शिमला— राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा ने सोमवार को कहा है कि भ्रष्टाचार को लेकर भाजपा नेतृत्व के अलग-अलग पैमाने हैं। भाजपा शासित राज्यों में भ्रष्टाचार होता है तो उनको शाबाशी दी जाती है, वहीं विरोधियों को प्रताडि़त करने के लिए  केंद्र की एजेंसियों को पीछे लगा रखा है। यहां हिमाचल में सुखराम को भाजपा ने अपने साथ ले लिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल में जनसभाएं करने आ रहे हैं तो वह चाहेंगे कि मोदी सुखराम को जनसभा में अपनी बगल में बिठाएं। शिमला में पत्रकारों से आनंद शर्मा ने कहा कि हिमाचल में अपराध की बात करने वाली भाजपा उन राज्यों में अपराध की स्थिति को देखे, जहां पर उसकी सरकारें हैं। मध्य प्रदेश में आज सबसे अधिक अपराध है, जोकि राष्ट्रीय एजेंसी के आंकड़े बताते हैं। ऐसे में यहां छात्रा हत्याकांड जैसे मामलों पर राजनीति कर लोगों को बरगलाने की कोशिशें हो रही हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे मामले दुखद हैं, परंतु इन पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, जोकि भाजपा कर रही है। पीएम और भाजपा शहीदों पर भी राजनीति करती हैं, लेकिन कांग्रेस को देशभक्ति का सर्टिफिकेट भाजपा से लेने की जरूरत नहीं है। आनंद शर्मा ने आरोप लगाया कि भाजपा के विजन डाक्यूमेंट में गंभीरता नहीं झलकती। इसमें केंद्र की कारगुजारी का कोई जिक्र नहीं है और इसमें इस बात का कोई जिक्र नहीं है कि केंद्र ने हर वर्ष दो करोड़ नौकरियां देने की बात की थी, लेकिन नौकरियां नहीं मिलीं। उल्टे रोजगार छिन गए और अब भाजपा जवाबदेही से भाग रही है। उन्होंने पूछा कि गुजरात को लेकर भी पीएम को जवाब देना चाहिए कि गुजरात का अपना क्या रिकार्ड है। आतंकवाद पर मोदी सरकार को आड़े हाथ लेते हुए आनंद शर्मा ने कहा कि बिरयानी पर बड़ी-बड़ी बात करने वाले खुद पाकिस्तान में क्यों उतरे थे और उसका नतीजा क्या मिला। इसका नतीजा पठानकोट पर हमला हुआ। भाषण देने से देश नहीं चलता। कूटनीति बड़ी गंभीरता की बात है, यह फोटो खिंचवाना ही नहीं है। देश की अर्थव्यवस्था क्यों पटरी से उतरी, उसका भी जवाब चाहिए।

नड्डा-धूमल में कुर्सी की लड़ाई

आनंद शर्मा ने कहा कि यहां जेपी नड्डा और धूमल अपनी कुर्सी की लड़ाई में लगे हैं, उनको बागवानों से क्या लेना। बागवानों को पता होना चाहिए कि उनके लिए जरूरी सामान पर 18 फीसदी जीएसटी लग रहा है। कांग्रेस ने जीएसटी के लिए जो स्लैब सुझाया था, वह नहीं माना गया, जिस पर केंद्र सरकार ने विश्वासघात किया है।

प्रचार के लिए इतना पैसा कहां से

आनंद शर्मा ने सवाल किया कि प्रदेश में प्रचंड प्रचार के लिए भाजपा इतना पैसा कहां से ला रही है। आज छोटे उद्यमी, उद्योग बंद कर रहे हैं और करोड़ों लोगों का रोजगार डूब गया। मोदी छोटे उद्यमियों को भी जय शाह का बिजनेस मॉडल बताएं, तभी ये लोग अमीर होंगे और रोजगार बढ़ेगा।