10 मिनट में सूखेगा 20 क्विंटल ग्रीन कोकून

घुमारवीं में स्थापित की जाएगी 25 लाख की यूनिट

बिलासपुर —  अब पहाड़ी राज्य हिमाचल में तैयार हो रहे करीब 2000 किलोग्राम ग्रीन कोकून महज 10 मिनट के अंदर सुखाया जा सकेगा। इस बाबत 25 लाख रुपए लागत की सरकारी क्षेत्र की 2000 किलोग्राम कैपेसिटी की पहली आधुनिक सुविधाओं से लैस मशीन बिलासपुर जिला के घुमारवीं में जल्द ही स्थापित की जाएगी, जहां रेशमपालकों को उत्पादित किए जा रहे हरे कोकून को सुखाने की सहूलियत उपलब्ध होगी। रेशमपालन विभाग के उपनिदेशक बलदेव चौहान ने बताया कि बिलासपुर में जल्द ही इस आधुनिक मशीन को स्थापित कर रेशमपालकों को सुविधा प्रदान की जाएगी। प्रति 10 मिनट में यह मशीन 2000 किलोग्राम कोकून सुखाएगी। श्री चौहान के अनुसार पूरे हिमाचल प्रदेश में इस समय तीन लाख किलोग्राम कोकून की पैदावार हो रही है, जबकि इसमें से 80,000 किलोग्राम कोकून का अकेले बिलासपुर जिला में ही उत्पादन हो रहा है। 5000 से ज्यादा परिवार इस जिला में रेशमपालन व्यवसाय से जुड़कर अपनी आर्थिक उन्नति कर रहे हैं। अभी तक तीन चार महिला किसानों को रेशमपालन क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य के लिए सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 तक प्रदेश में 20 हजार परिवारों को रेशमपालन व्यवसाय से सीधे तौर पर जोड़ने का लक्ष्य तय किया गया है, जिसके लिए प्रयास आरंभ कर दिए गए हैं। अकेले बिलासपुर जिला में ही 5000 नए रेशमपालकों को जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि अभी प्रदेश में 15,000 परिवार रेशमपालन व्यवसाय से जुड़े हुए हैं और विभाग का तय किया गया लक्ष्य तो बिलासपुर जिला से ही पूरा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति उपयोजना के तहत किसान और केंद्र सरकार की 10:90 फीसदी की भागीदारी वाले कलस्टर जल्द ही लागू किए जा रहे हैं। रेशमकल्चर से जुड़ी मशीनरी व उपकरणों के लिए भी 10:90 फीसदी की भागीदारी वाली स्कीमों को क्रियान्वित किया जा रहा है।