आयुर्वेद में दूध का स‌ही इस्तेमाल

दूध में पर्याप्त मात्रा में विटामिन, कैल्शियम, प्रोटीन, फास्फोरस और पोटाशियम जैसे तत्त्व पाए जाते हैं। इनसे बॉडी को कई तरह के हैल्थ बेनिफिट्स मिलते हैं। लेकिन अगर आयुर्वेद में दिए गए नियमों के अनुसार दूध को अलग-अलग चीजों के साथ पीते हैं, तो कई तरह की हैल्थ प्रॉब्लम्ज को कंट्रोल किया जा सकता है। आयुर्वेद के अनुसार आइए जानते हैं दूध का कैसे करें इस्तेमाल और इससे कौन-कौन सी प्रॉब्लम्ज कंट्रोल होंगी।

कैसे फायदेमंद है आयुर्वेद का नियम

एक्सपर्ट का कहना है कि वैसे तो दूध में पर्याप्त न्यूट्रीएंट्स होते हैं, जो हैल्थ के लिए बेहद फायदेमंद हैं, लेकिन आयुर्वेद के नियमानुसार दूध को दूसरे फूड के साथ मिलाकर पीने से इसके न्यूट्रीएंट्स और बढ़ जाते हैं। यह कंबीनेशन बॉडी को बवासीर, कब्ज, एसिडिटी, नींद न आना जैसी प्रॉब्लम्ज से बचाता है।

कब्ज होने पर- सोने से पहले एक गिलास गुनगुने दूध में 7-8 मुनक्के डालकर पिएं। इससे कब्ज की प्रॉब्लम दूर होगी।

एसिडिटी होने पर- एक गिलास ठंडे दूध में एक चम्मच मिसरी डालकर पिएं। एसिडिटी की समस्या से राहत मिलेगी।

पेशाब में जलन होने पर- आधा गिलास दूध और पानी को मिलाकर पिएं, इससे पेशाब की जलन दूर होगी।

बवासीर होने पर- एक गिलास गुनगुने दूध में 7 से 10 मुनक्के और एक अंजीर मिलाकर पिएं। इससे बवासीर की समस्या दूर होगी।

दिमागी शक्ति बढ़ाने के लिए- रोजाना एक गिलास गुनगुने दूध में आधा चम्मच बादाम तेल मिलाकर पिएं। इससे दिमागी शक्ति बढ़ेगी।

मुंह में छाले होने पर- मुंह में छाले होने पर एक गिलास ठंडा दूध पिएं। छालों की समस्या दूर होगी।

कफ होने पर -एक गिलास गर्म दूध में सौंठ मिलाकर पिएं। इससे कफ की समस्या से राहत मिलेगी।

अच्छी नींद के लिए-रात को सोने से पहले एक गिलास गुनगुने दूध में आधा चम्मच अश्वगंधा मिलाकर पिएं। इससे नींद अच्छी आएगी।

एनर्जी के लिए –रोजाना एक गिलास गर्म दूध में सौंठ मिलाकर पीने से एनर्जी लेवल बढ़ता है और शरीर भी स्वस्थ रहता है।

स्ट्रेस दूर होगा- एक गिलास गुनगुने दूध में आधा चम्मच अश्वगंधा मिलाकर पिएं। इससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता  है और स्ट्रेस भी दूर होती है।

आयुर्वेद में बताए गए नियमों के अनुसार दूध पीने से हमारा शरीर कई रोगों की चपेट में आने से बच सकता है।